भर्ती घोटाला— युवाओ पर लाठीचार्ज पर राज्य में चौतरफा गुस्सा

Newsdesk Uttranews
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पिथौरागढ़। विभिन्न परीक्षाओं में पेपर लीक और धांधलियों की निष्पक्ष जांच की मांग को लेकर देहरादून में आंदोलनरत छात्र छात्राओं को बुधवार रात पुलिस के बलपूर्वक उठाने तथा बदसलूकी किए जाने को लेकर पिथौरागढ के छात्र युवा और नागरिक समाज में आक्रोश व्याप्त है।

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जनमंच पिथौरागढ़ के संयोजक भगवान रावत ने कहा है कि कल जिस तरह का बर्ताव पुलिस ने शांतिपूर्ण आंदोलन कर रहे छात्र छात्राओं के साथ किया है, वह घोर निंदनीय है। कहा कि यह छात्र युवाओं के प्रति राज्य सरकार के रवैये को साफ तौर पर दिखाता है। रावत ने कहा कि अगर ऐसा ही बर्ताव जारी रहता है और उनकी मांग पूरी नहीं होती है तो पिथौरागढ़ के सजग नागरिक भी इस आंदोलन में कूदेंगे।


पिथौरागढ़ महाविद्यालय के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष राकेश जोशी ने कहा कि अब तक मामला सीबीआई को नहीं सौंपा गया है। यह सबूत है कि धामी सरकार नये व पुराने आरोपियों को बचाने में लगी है। चाहे दिन रात लगकर परीक्षा की तैयारी करने वाले छात्र युवाओं का भविष्य ही क्यों न बर्बाद हो जाए।


पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष महेंद्र रावत ने सवाल उठाया है कि आखिर नकल विरोधी कानून बनाने और आरोपियों को जांच के बाद कारावास भेजने की मांग में गलत क्या है। उन्होंने कहा कि इन वाजिब मांगों का पूरा न होना सरकार और नकलचियों की मिलीभगत को दर्शाता है।