अलर्ट के बावजूद चोरी छिपे पूर्णागिरी मंदिर दर्शन जा रहे 200 श्रद्धालु फंसे, पुलिस ने किया रेस्क्यू

पुलिस और प्रशासन के अलर्ट के बावजूद चोरी छिपे जंगल के रास्ते मंदिर दर्शन को जाना श्रद्वालुओं को महंगा पड़ गया। अगर समय पर पुलिस…

पुलिस और प्रशासन के अलर्ट के बावजूद चोरी छिपे जंगल के रास्ते मंदिर दर्शन को जाना श्रद्वालुओं को महंगा पड़ गया। अगर समय पर पुलिस और स्थानीय लोगों ने मदद नही की होती तो उनकी जान पर बन सकती थी। पूर्णागिरी मंदिर दर्शन को आये 200 श्रद्वालु बाटनागाड़ टनकपुर में फंस गये। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए स्थानीय लोगों की मदद से सभी को सुरक्षित स्थानों में पहुंचा दिया हैं।


हालांकि पुलिस और प्रशाासन ने लोगों को अनावश्यक आवाजाही नही करने व अपने घरो में ही बने रहने कीअपील की जा रही है । लेकिन इसके बावजूद भी कुछ लोग अनावश्यक रूप से भारी बारिश में यात्रा कर रहे है और जगह जगह पर फंसे रहे है।


सोमवार की सुबह जनपद चम्पावत के थाना टनकपुर क्षेत्रान्तर्गत विभिन्न क्षेत्रो से पूर्णागिरी दर्शन को आये हुए लगभग 150-200 श्रद्धालु अलर्ट जारी किये जाने के बावजूद चोरी छिपे पैदल जंगल के रस्ते बाटनागाड़ में पहुंच गये और वहां पर पानी को बहाव तेज होने और मार्ग पर मलबा और पत्थर गिरने फंस गये।

बाटना गाड़ में फंसे लोगों ने मदद के लिये स्थानीय पुलिस को कॉल किया। इसके बाद ठुलीगाड़ चौकी प्रभारी देवेन्द्र सिंह मनराल के नेतृत्व में टीम मौके पर गयी और आसपास के लोगों की मदद से रेस्क्यू अभियान चलाकर सभी श्रद्धालूओं को नाले से सुरक्षित पार कराकर वापस वापस भेजा गया।


चम्पावत पुलिस की मदद पर श्रद्धालुओं और स्थानीय लोगों ने जनपद पुलिस का धन्यवाद अदा करते हुए आभार प्रकट किया है।


चंपावत पुलिस ने लोगों से अपील की है कि भारी बारिश व आपदा के दौरान यदि कोई अप्रिय घटना घटित होती है तो तत्काल जनपद चम्पावत पुलिस के सहायता नम्बर 112, 05965-230607-08-09-10, 9411112984 पर सूचना दे जिससे तत्काल घटना स्थल पर पहुचकर राहत एवं बचाव कार्य किया जा सके।


भारी बारिश ने पूरे उत्तराखण्ड में जनजीवन अस्त व्यस्त कर दिया हैं। बारिश के कारण मलबे में दबने से खबर लिखे जाने तक पांच लोग जान गंवा चुके हैं।