धरातल पर देखी महिलाओं ने खेती (farming) की अपार संभावनाएं

अल्मोड़ा। गोविंद बल्लभ पंत राष्ट्रीय हिमालयी पर्यावरण संस्थान कोसी, कटारलमल द्वारा लगभग तीन दर्जन प्रतिभागियों को नैनीताल जनपद के कृषि (farming) और उद्यानीकरण के सफल…

अल्मोड़ा। गोविंद बल्लभ पंत राष्ट्रीय हिमालयी पर्यावरण संस्थान कोसी, कटारलमल द्वारा लगभग तीन दर्जन प्रतिभागियों को नैनीताल जनपद के कृषि (farming) और उद्यानीकरण के सफल माॅडलों को दिखाया। ग्रामीण तकनीकी परिसर में हिमालयी राज्यों में गुणवत्तापूर्ण जीवन वृद्धि हेतु महिला उद्यमिता एवं सशक्तिकरण पर क्षमता विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम में महिलाओं को इण्डोडच हाॅर्टिकल्चर टैक्नोलाॅजीज चांफी, भीमताल एवं लघु उद्योग, हिमालयन फ्लेवर पी.पी.एन. काकड़ीघाट में शैक्षणिक भ्रमण कराया गया।

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भ्रमण में भीमताल फार्म के संजय तिवारी द्वारा व्यवसायिक फूलों एवं सब्जियों का उत्पादन, प्रसंस्करण एवं विपणन के साथ ही टपक सिंचाई के फायदे के बारे में बताया, साथ ही उन्हें प्रदर्शित माॅडलों के व्यहारिक ज्ञान की विस्तृत जानकारी दी। जिसमें उन्हें बताया कि सब्जियों, फलों व फूलों के उत्पादन को उद्यमिता के साथ जोड़ते हुए उसे बाजार तक पहुॅचाकर अपनी आजीविका का अर्जन किया जा सकता है।

उसके बाद लघु उद्योग, हिमालयन फ्लेवर पी.पी.एन. काकड़ीघाट की दीपा खनायक ने महिला समूह द्वारा किये जा रहे उद्यमिता के विकास के बारे में महिलाओं को बताया कि अपने सीमित संसाधनों का मूल्य संवर्द्धन कर उसे राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर तक पहुॅचाकर आजीविका के साथ ही अपना अलग स्थान बनाया जा सकता है।

इस अवसर पर पाॅलीहाउस खेती (farming), फूलों को उगाने और बाजार तक पहुंचाने, उनके कीट प्रबंधन, रोग प्रबंधन और आर्थिकी के बारे में महिलाओं को जानकारी दी गई और उनके स्वयं के क्षेत्र में इसकी संभावनओं पर भी चर्चा की गई। स्थानीय काश्तकारों के जीवन में इस कार्य से आये बदलावों और उस क्षेत्र में पलायन आदि पर इसके सकारात्मक प्रभावों को भी प्रतिभागियों ने समझा।

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भ्रमण का संचालन कार्यक्रम संयोजक संस्थान की वैज्ञानिक डाॅ. शैलजा पुनेठा द्वारा किया गया। उन्होंने बताया कि प्रतिभागियों विशेषकर कृषि (farming) क्षेत्र में उदासीनता से गुजर रही ग्रामीण महिलाओं को इस भ्रमण कार्यक्रम से अत्यधिक लाभ हुआ और वे इस प्रकार उद्यमशील खेती (farming) और उससे जुड़ी सहायक क्रियाओं के प्रति उत्साहित हुई है।

संस्थान के मुकेश देवराड़ी, महेश राम, संजीव कुमार, महिला हाट के राजेन्द्र काण्डपाल आदि ने प्रतिभागियों के साथ इस भ्रमण कार्यक्रम में मार्गदर्शन किया।

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