नैनीताल में किशोरों में नशे की आदत तेजी से बढ़ रही है और यही आदत उन्हें हिंसक और अपराधी बना रही है। शोध में पता चला है कि नशा किशोरों को चोरी मारपीट और अन्य अपराध करने पर मजबूर कर रहा है और उनका भविष्य खतरे में पड़ गया है। कुमाऊं विश्वविद्यालय के शोधार्थी भरत कुमार ने नैनीताल जिले में किशोर अपराध और नशे पर शोध किया और पाया कि परिवार की लापरवाही और आर्थिक तंगी सबसे बड़ा कारण है।
शोध में यह भी सामने आया कि परिवार में झगड़े माता-पिता और बच्चों के बीच संवाद का अभाव अनुशासन की कमी और स्कूल में खराब प्रदर्शन किशोरों को अपराध की तरफ ले जा रहे हैं। अधिकतर किशोर अपने साथियों को भी नशे की लत में डाल रहे हैं और इसका असर उनकी सेहत पर भी पड़ रहा है। शोध में यह खुलासा हुआ कि कानून तोड़ने वाले अधिकतर किशोर कमजोर आर्थिक पृष्ठभूमि से आते हैं और पैसे की कमी उन्हें अपराध की ओर धकेल देती है। कुछ मामलों में देखा गया कि डेढ़ साल पहले एक 15 साल का छात्र शराब के नशे में पड़ोस में रहने वाली महिला पर हमला कर बैठा। वहीं 2017 में एक किशोर ने रास्ते को लेकर झगड़े में अपनी गुस्से पर काबू नहीं रखकर धारदार हथियार से महिला को मार डाला जिससे उसकी मौके पर मौत हो गई।
