देहरादून से बड़ी खबर है जहां उत्तराखंड में लगातार हो रही बारिश ने आम लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। रुद्रप्रयाग का बसुकेदार इलाका, चमोली के देवाल ब्लॉक का मोपाटा गांव और टिहरी गढ़वाल का बूढ़ाकेदार क्षेत्र प्राकृतिक आपदा की चपेट में आ चुके हैं और भारी नुकसान सामने आया है। मौसम विभाग पहले ही भारी बारिश का अलर्ट जारी कर चुका था और अब ताजा पूर्वानुमान में कई जिलों के लिए ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी किया गया है। हालात को देखते हुए कई जिलों में डीएम ने स्कूलों की छुट्टी का आदेश जारी कर दिया है।
मौसम विभाग ने 30 अगस्त को देहरादून, उत्तरकाशी और बागेश्वर जिले में कहीं-कहीं भारी से बहुत भारी बारिश और बिजली गिरने की चेतावनी दी है। इन तीनों जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट घोषित किया गया है। वहीं टिहरी गढ़वाल, रुद्रप्रयाग, चमोली, पिथौरागढ़ और पौड़ी गढ़वाल में भी भारी बारिश की संभावना जताते हुए येलो अलर्ट जारी हुआ है। प्रदेश के सभी जिलों में गर्जन और बिजली गिरने के साथ तेज बारिश की आशंका जताई गई है।
उत्तरकाशी में तो हालात और ज्यादा गंभीर बताए जा रहे हैं। यहां 29 से 31 अगस्त तक लगातार भारी बारिश की चेतावनी है और जिला प्रशासन ने पूरे जिले को अलर्ट कर दिया है। जनता से सतर्क रहने और नदी-नालों के पास न जाने की अपील की गई है।
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र की ओर से अल्मोड़ा, देहरादून, बागेश्वर, चमोली, चंपावत, पौड़ी गढ़वाल, नैनीताल, टिहरी गढ़वाल, रुद्रप्रयाग और पिथौरागढ़ के जिलाधिकारियों को पत्र भेजा गया है जिसमें अगले 24 घंटे में मध्यम स्तर की बाढ़ का खतरा बताया गया है। अधिकारियों और कर्मचारियों को अपने-अपने क्षेत्रों में तैनात रहने और मोबाइल फोन चालू रखने के निर्देश दिए गए हैं।
उधम सिंह नगर जिले में भी नदी-नालों के जलस्तर बढ़ने की आशंका के चलते डीएम नितिन सिंह भदौरिया ने बड़ा फैसला लिया है। जिले में 30 अगस्त को कक्षा 1 से 12 तक के सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूलों के साथ आंगनबाड़ी केंद्रों को बंद रखने का आदेश दिया गया है।
