बेहद कम उम्र में संगीत की दुनिया में अपने नाम बनाने वाले सिंगर व संगीत शिक्षक आयुष सक्सेना ने 9 मई को खुद को गोली मार ली। उन्होंने कनपटी पर लाइसेंसी रिवाल्वर से गोली मारकर आत्महत्या की। बीमारी के चलते पिछले कुछ समय से वह काफी अवसाद में थे। इसके बाद उन्होंने यह कदम उठाया।
आपको बता दे कि जब उन्होंने आत्महत्या की तो उनके सामने उनकी 2 साल की मासूम बेटी भी मौजूद थी जब फायर की आवाज उनके पिता ने सुनी तब तक उनकी मौत हो चुकी थी।
मामले में पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। बताया जा रहा है कि स्वर्ण जयंती नगर निवासी आयुष सक्सेना जो की 32 साल के थे पेशे से सिंगर होने के साथ-साथ संगीत शिक्षक भी थे। वे घर में अपने प्रापर्टी डीलर पिता जय जय सक्सेना, शिक्षिका मां, पत्नी व दो वर्ष की बेटी संग रहते थे।
शुक्रवार को उनकी मां व पत्नी दोनों स्कूल पढ़ाने गई थीं।
वे खुद अपनी दो वर्ष की बेटी व पिता संग घर में थे। दोपहर में पिता अपने कमरे में थे। तभी आयुष अपनी बेटी को लेकर दूसरी मंजिल पर अपने कमरे में चले गए। जाने से पहले उन्होंने जीने वी कैमरे के अंदर से दरवाजा बंद कर लिया, फिर बेटी को बेड पर बिठाकर पिता की लाइसेंस की रिवाल्वर से खुद को कनपटी पर गोली मार कर हत्या कर ली।
फायर की आवाज सुनकर जब पिता ऊपर गए तो जीना बंद होने के कारण वह चल नहीं पाए। इसके बाद पड़ोसियों के घर के रास्ते से छत पर पहुंचे तो कमरे का दरवाजा अंदर से बनता किसी तरह दरवाजा तोड़कर जब खोला गया तो आयुष खून से लथपथ जमीन पर पड़ा था।
इस सूचना पर पुलिस पहुंच गई। पुलिस को परिवार ने जानकारी दी कि आयुष पिछले कुछ समय से बीमार थे। इसके चलते वे अवसाद में रह रहे थे। उनकी काउंसीलिंग भी कराई जा रही थी। इसी अवसाद के चलते उन्होंने आत्महत्या की है। पुलिस ने शव पोस्टमार्टम को भेज दिया है।
आपको बता दे कि उनके शव के पास उनकी 2 साल की बेटी बिलखती हुई मिली खून की छीटों के साथ मासूम बेटी वहीं बैठी थी। पत्नी और मां दोनों स्कूल पढ़ाने जाती हैं जिसके बाद आयुष अपनी 2 साल की बच्ची को संभालता था।
जब उसके मन में आत्महत्या का भाव आया तो वह बेटी को चुपचाप पिता के पास से अपने साथ गोद में खिलाते हुए छत पर कमरे में ले गया। कमरे का दृश्य देखकर अंदाजा लगाया जा रहा है कि उसने पहले बेटी को जमीन पर बिठाया, फिर खुद उसके सामने बैठकर गोली मारी। जब दरवाजा खुला तो मासूम बेटी खून के छींटों से सनी हुई थी। पिता के शव के पास ही वह बिलख बिलख कर रो रही थी।
दादा ने उसे गोद में उठाया। बाद में अपनी पत्नी व बहू को बुलाया।
आयुष ने संगीत की दुनिया में काफी समय पहले कदम रखा था 10 वर्ष पहले वह सुर्खियों में आए थे। इसी बीच कई बार वह मुंबई भी गए। वहां रहकर अपने कई संगीत एल्बम भी बनाए जिनमें से 18 गाने यूट्यूब पर है। उन्होंने घर की छत वाले कमरे में अपना स्टूडियो बनाया था जहां वह खुद गाना गाते थे और कंपोज भी करते थे।