shishu-mandir

पोस्ट ऑफिस की यह स्कीम दे रही है जबरदस्त रिटर्न जाने कितना मिलेगा ब्याज

Smriti Nigam
3 Min Read

पोस्ट ऑफिस में इन्वेस्टमेंट करने पर कभी कोई रिस्क नहीं उठाना पड़ता है।सरकार की ओर से ते इंटरेस्ट पर इसमें कभी कोई गड़बड़ी नहीं होती है और इस पर मिलने वाला रिटर्न भी फिक्स होता है। इसलिए वर्षों से लोग पोस्ट ऑफिस की स्कीम पर भरोसा भी करते आ रहे हैं।

new-modern
gyan-vigyan

पोस्ट ऑफिस में निवेश हमेशा ही करना सेफ रहता है। इस पर इन्वेस्ट करने पर कोई खतरा नहीं होता है। पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम ऐसी निवेश योजना है जिसमें आप केवल ₹1000 से इन्वेस्टमेंट कर सकते हैं और बेहतर रिटर्न भी पा सकते हैं। पोस्ट ऑफिस की यह स्कीम 18 साल के ऊपर यानी वयस्क के साथ माइनर के लिए भी उपलब्ध है। इसमें कोई भी व्यस्क व्यक्ति अपने नाम से खाता खुलवा सकता है और इन्वेस्ट कर सकता है। दो या तीन लोग मिलकर भी इस खाते को खुलवा सकते हैं। वही 10 साल से ज्यादा उम्र के नाबालिक भी इस अकाउंट को खुलवा सकते हैं और इस स्कीम का लाभ ले सकते हैं।

saraswati-bal-vidya-niketan

पोस्ट ऑफिस की इस मंथली स्कीम में आप कम से कम ₹1000 इन्वेस्ट कर सकते हैं। इसमें आप 1000 के मल्टीपल में भी निवेश कर सकते हैं लेकिन इसकी लिमिट होती है।  सिंगल अकाउंटहोल्डर इस स्कीम में अधिकतम 9 लाख रुपये तक इनवेस्ट कर सकता है। ज्वाइंट अकाउंट की स्थिति में लिमिट 15 लाख रुपये है।


पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम हर साल के आखिरी में खाते में उपलब्ध राशि पर 7.4% की दर से इंटरेस्ट देता है। ग्राहक को अकाउंट ओपन होने की तारीख के 1 महीने पहले ब्याज का भुगतान करना होता है। मैच्योरिटी तक हर साल ऐसा ही ब्याज मिलता रहता है। खाता धारक की तरफ से अतिरिक्त राशि जमा की जाती है तो वह वापस भी कर दी जाती है और अकाउंट ओपनिंग डेट से लेकर कैश रिटर्न की तारीख तक पोस्ट ऑफिस सेविंग अकाउंट पर इंटरेस्ट लागू होता है।

पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम में खाता धारक के लिए इन्वेस्टमेंट की मैच्योरिटी स्कीम 5 साल की होती है खाताधारक की मृत्यु मेच्योरिटी डेट के पहले हो जाने पर अकाउंट को बंद कर दिया जाता है। खाता धारक के नॉमिनी या कानूनी तौर पर उत्तराधिकारी को या राशि दे दी जाती है। इस इन्वेस्टमेंट से आप एक साल तक धनराशि निकल नहीं सकते, यदि खाता 1 साल के बाद या 3 साल के पहले बंद कर दिया जाता है तो इसमें केवल 2% का ब्याज दिया जाता है।