उत्तराखंड में बारिश ने हाल बेहाल कर दिए हैं। पहाड़ों से लेकर मैदानों तक हर तरफ आफत बरस रही है। नाले नदियां सब कुछ उफान पर हैं और रास्ते पानी में डूबे पड़े हैं। रामनगर का पन्याली नाला भी इन्हीं में से एक है जो हर साल की तरह इस बार भी खतरे की घंटी बजा रहा है।
एक युवक बाइक लेकर इस उफनते नाले को पार करने की कोशिश में फंस गया। नाले का बहाव इतना तेज था कि बाइक समेत बहने की नौबत आ गई। किसी तरह वो लड़खड़ाता हुआ बच गया लेकिन वहां खड़े लोगों की जान हलक में आ गई। कुछ पल के लिए हर किसी को लगा जैसे कोई बड़ा हादसा होने वाला है।
इस नाले की कहानी हर साल की है। बरसात आई नहीं कि पन्याली नाला बेकाबू हो जाता है। लोग जानते हैं फिर भी अपनी जान खतरे में डालकर इसे पार करने की कोशिश करते हैं। हादसे पहले भी हुए हैं लेकिन न तो प्रशासन चेता और न ही लोग सुधरे।
गांव वालों की साफ मांग है कि इस नाले पर एक पुल बनाया जाए या कोई और रास्ता निकाला जाए जिससे बारिश में जान जोखिम में डालनी न पड़े। लेकिन अब तक किसी ने ध्यान नहीं दिया।
उधर मसूरी और हरिद्वार जैसे इलाकों में भी बारिश की मार जारी है। रास्ते टूट गए हैं। भूस्खलन की घटनाएं हो रही हैं और लोग डरे हुए हैं। मौसम का ये मिजाज फिलहाल थमने वाला नहीं लग रहा। ऐसे में जरूरी है कि लोग सतर्क रहें और बिना जरूरत ऐसे इलाकों में जाने से बचें।
