मौसम ने एक बार फिर से करवट बदली है और चमोली जिले के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी हुई जबकि निचले क्षेत्र में बारिश हुई। इससे मौसम में ठंडक आ गई।
बद्रीनाथ धाम की ऊंची चोटियों के साथ हेमकुंड साहिब फूलों की घाटी रुद्रनाथ लाल माटी के साथ ही नीति व माणा घाटी की पहाड़ियों में बर्फबारी हुई।
गोपेश्वर, पोखरी, नंदप्रयाग, नंदानगर क्षेत्र में ठंडी हवाएं चलीं।
मौसम खराब होने के कारण हेमकुंड साहिब के आस्था पथ से बर्फ हटाने का काम भी प्रभावित हुआ। सेवा के जवान सुबह से बर्फ हटाने में लगे हुए हैं लेकिन दोपहर तक खराब मौसम होने के कारण काम को भी रोकना पड़ा। गोविंद घाट गुरुद्वारा के वरिष्ठ प्रबंधक सरदार सेवा सिंह का कहना है की मौसम सामान्य होने के बाद ही बर्फ हटाने का काम किया जाएगा।
वहीं केदारनाथ में बारिश, ओलावृष्टि और बर्फ की फुंआरों के बीच ठंड बढ़ गई है। देर शाम धाम में तापमान 2 डिग्री सेल्सियश दर्ज किया गया। इधर, जिला मुख्यालय रुद्रप्रयाग सहित जनपद के अन्य क्षेत्रों में अपराह्न बाद कहीं गरज के साथ बौंछारें व ओलावृष्टि हुई।
सुबह से ही केदारनाथ में हल्के बादलों के बीच धूप खिली रही दोपहर 11:00 बजे तक मौसम ठीक था लेकिन घने बादल छाए रहे उसके बाद रुक-रुक कर हल्की-हल्की बूंदाबांदी भी हुई।
अपराह्न बाद यहां ओलावृष्टि भी हुई और इसके बाद बारिश के साथ बर्फ की फुंआरें भी गिरी। खराब मौसम के कारण केदारनाथ में ठंड बढ़ गई है। केदारनाथ में पुनर्निर्माण कार्य कर रहे वुड स्टोन कंस्ट्रक्शन कंपनी के टीम प्रभारी सेवानिवृत्त कैप्टर सोबन सिंह बिष्ट ने बताया कि शाम साढ़े सात बजे केदारनाथ में दो डिग्री तापमान दर्ज किया गया।
उन्होंने बताया कि पूर्वान्ह के बाद खराब मौसम के कारण ठंड बढ़ गई है। शाम को केदारनाथ के ऊपरी तरफ चोराबाड़ी और वासुकीताल क्षेत्र में भी अच्छी बर्फबारी भी हुई। इधर, शाम पांच बजे के बाद रुद्रप्रयाग सहित अन्य निचले इलाकों में ओलावृष्टि के साथ बारिश की बौंछारें भी गिरी।