उत्तराखंड के धारली गांव के मुकेश पंवार पत्नी और 3 साल के बेटे के साथ हारदूध मेले और भाई के क्षेत्र पंचायत सदस्य बनने की खुशी मनाने गए थे, लेकिन यह दोहरी खुशी उन्हें भारी पड़ गई।
धराली में आई आपदा में यह तीनों लापता हो गए। इधर उत्तरकाशी में उनका 6 साल का दूसरा छोटा बच्चा अपने माता-पिता और भाई के लापता होने की खबर से अनजान है। धारली निवासी 38 वर्षीय मुकेश पवार उत्तरकाशी के तिलोथ में किराये के कमरे में रहते हैं।
3 अगस्त को वह अपनी पत्नी विजेता और 3 साल के बेटे मिट्ठू के साथ धारली के लिए निकले थे। धराली में उनका होटल भी है। उनका बड़ा भाई सुशील हाल ही में धारली से क्षेत्र पंचायत सदस्य भी चुना गया था।
कुछ दिन पहले वोट डालने के लिए भी वह सपरिवार गांव आए थे। इस बार हारदूध मेला मनाने और भाई के चुनाव जीतने की खुशी मनाने गांव पहुंचे थे, लेकिन इस आपदा में वह कहीं लापता हो गए मुकेश के साडू भाई खुशपाल सिंह रावत का कहना है कि जैसे ही सैलाब का वीडियो सामने आया उन्होंने मुकेश को फोन किया एक घंटी गई और फिर फोन स्विच ऑफ हो गया। आसपास के लोगों से किसी तरह से संपर्क हो पाया तो उन्होंने बताया कि मुकेश अपने होटल समेत बह गए। बहनोई महेंद्र चौहान का कहना है कि आपदा के बाद अब तक उनके बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पाई है।
मुकेश का 6 साल का बेटा अदिक्ष तिलोथ में एलकेजी में पढ़ता है, लेकिन उसे अपने माता-पिता और छोटे भाई के लापता होने की कोई जानकारी नहीं है। अबोध बच्चा अपनी ही दुनिया में मस्त है।
