जूता चुराई की रस्म बनी विवाद का कारण, बिना दुल्हन के लौट गई बारात

विटोना गांव से बारात आई थी और शुरू से सब कुछ ठीक चल रहा था। निकाह भी हो गया। लेकिन जैसे ही ‘जूता चुराई’ की…

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विटोना गांव से बारात आई थी और शुरू से सब कुछ ठीक चल रहा था। निकाह भी हो गया। लेकिन जैसे ही ‘जूता चुराई’ की रस्म शुरू हुई, वैसे ही बात बिगड़ गई। दुल्हन की बहन ने मजाक में एक हजार रुपये मांगे। दूल्हा सिर्फ दो सौ रुपये देने को तैयार हुआ। इसी बात को लेकर कहासुनी शुरू हो गई।

लड़की पक्ष का आरोप है कि दूल्हे के पिता ने उनकी बेटी का हाथ पकड़कर कहा, “जूता पैरों में पहनाओ, तभी पैसे मिलेंगे।” इस बात पर लड़की की मां रिहाना और पिता लाल मुहम्मद ने नाराजगी जताई। उनका कहना है कि इस तरह की हरकत ने उन्हें अपमानित किया। इसलिए उन्होंने विदाई रोक दी।

माहौल तब और गरमाया जब लड़की वालों ने आरोप लगाया कि दूल्हे की मां ने बेटी को “डिग्गी में डालकर ले जाने” की बात कही और दूल्हे की बहन ने “काट डालने” की धमकी दी। मामला पुलिस तक पहुंच गया। रातभर पंचायत चलती रही। दूल्हे के पिता ने अपनी गलती मानी और माफी भी मांगी। लेकिन लड़की पक्ष झुकने को तैयार नहीं हुआ।

दोपहर तक कोई हल नहीं निकल पाया। इसके बाद दूल्हा बिना दुल्हन के बारात लेकर लौट गया। फिलहाल दोनों परिवारों में बातचीत जारी है। गांव में यह मामला चर्चा का विषय बना हुआ है। यह घटना दिखाती है कि कैसे एक मामूली रस्म भी रिश्तों में दरार डाल सकती है।