भारत में एक बार फिर से कोरोना के मामले बढ़ते नजर आ रहे हैं। कई राज्यों में नए केस सामने आ रहे हैं और इसी बीच एक पुरानी भविष्यवाणी फिर से चर्चा में है। ये भविष्यवाणी की थी बाबा वेंगा ने जिनका दावा था कि उन्होंने बहुत सी बड़ी घटनाओं को पहले ही देख लिया था। बताया जाता है कि उन्होंने साल 1999 में एक किताब लिखी थी जिसका नाम था द फ्यूचर ऐज आई सी इट। इसमें उन्होंने साल 2020 में एक अजीब और अनजान वायरस के आने की बात कही थी। उन्होंने लिखा था कि ये वायरस अप्रैल में अपने सबसे खतरनाक रूप में होगा और फिर धीरे धीरे कम हो जाएगा लेकिन इसके दस साल बाद ये फिर से लौटेगा और इस बार और भी ज्यादा खतरनाक होगा।
बाबा वेंगा ने कहा था कि ये वायरस दोबारा आने पर दुनिया की सेहत से जुड़ी व्यवस्थाओं को हिला कर रख देगा और पहले से ज्यादा लोगों की जान लेगा। अब जब भारत में कोविड के केस फिर से सामने आ रहे हैं तो लोगों में डर का माहौल बनने लगा है। बीते हफ्ते दिल्ली में सौ से ज्यादा केस मिले थे जबकि केरल में चार सौ से ज्यादा मरीज सामने आए थे। एक्सपर्ट्स का कहना है कि जो नए वेरिएंट सामने आ रहे हैं वो ओमिक्रॉन के ही दूसरे रूप हैं जिनसे गंभीर खतरे की बात फिलहाल नहीं है। आईसीएमआर के डॉक्टर राजीव बहल ने साफ किया है कि घबराने की जरूरत नहीं है क्योंकि लक्षण बहुत हल्के हैं।
इसके साथ ही बाबा वेंगा की एक और भविष्यवाणी लोगों को बेचैन कर रही है। उन्होंने कहा था कि जुलाई 2025 में एक बहुत ही भयानक समुद्री तूफान यानी सुनामी आ सकती है। उनका कहना था कि जापान और फिलीपींस के बीच समुद्र में एक बड़ी दरार बनेगी जिससे इतनी जोरदार लहरें उठेंगी जो 2011 की सुनामी से तीन गुना ज्यादा ताकतवर होंगी। इसको लेकर भी कई लोग चिंता में हैं।
भारत के कुछ राज्य जैसे केरल तमिलनाडु महाराष्ट्र और कर्नाटक में कोरोना के केसों में इजाफा देखा गया है। लेकिन राहत की बात ये है कि ज्यादातर लोगों का इलाज घर पर ही हो रहा है और हालत गंभीर नहीं है। बावजूद इसके लोग सतर्क हो गए हैं और दोबारा से मास्क लगाने और भीड़ से बचने जैसे कदम उठाने लगे हैं। कोरोना की वापसी और बाबा वेंगा की भविष्यवाणी ने मिलकर फिर से चिंता की लकीरें खींच दी हैं।
