गुजरात के सूरत शहर से दिल को हिला देने वाली एक ऐसी घटना सामने आई है, जिसने समाज और रिश्तों के उस चेहरे को उजागर कर दिया है, जिसे अक्सर नजरअंदाज कर दिया जाता है। यहां जिला पंचायत क्वार्टर में रहने वाले एक पीटी टीचर अल्पेश सोलंकी ने पहले अपने दो मासूम बेटों, जिनकी उम्र महज 2 और 8 साल थी, को जहर देकर मार डाला और फिर खुद भी फांसी पर झूल गया। जिस पिता ने कभी बच्चों को गोद में खिलाया, कंधों पर बैठाकर दुनिया दिखाई, उसी ने उन्हें हमेशा के लिए इस दुनिया से दूर कर दिया। पुलिस जब मौके पर पहुंची तो कमरे में तीनों के शव पड़े थे। पास ही एक डायरी और सुसाइड नोट मिला, जिसमें दर्ज बातें इंसान की टूटन और रिश्तों की कड़वाहट को पूरी तरह उघाड़कर रख देती हैं। सुसाइड नोट में अल्पेश ने अपनी पत्नी फाल्गुनी पर आरोप लगाया कि उसके एक सहकर्मी नरेश राठौड़ से विवाहेत्तर संबंध हैं और इसी कारण उसका मन टूट गया। उसने यह भी लिखा कि छोटे बेटे के पितृत्व को लेकर उसके मन में शक था और पत्नी का रवैया उसे अंदर ही अंदर खत्म कर रहा था। पुलिस को अल्पेश के कमरे से दो डायरियां मिली हैं, जिनमें से एक करीब 400 पन्नों की है और पूरी की पूरी फाल्गुनी के नाम लिखी गई है। उसमें अल्पेश ने अपनी शादी, पत्नी के बदलते व्यवहार, झगड़ों, मानसिक तनाव और आत्महत्या की ओर ले जाने वाले हर एक भाव को शब्दों में उतारा है।
पुलिस ने साक्ष्यों के आधार पर फाल्गुनी और उसके प्रेमी नरेश को गिरफ्तार कर लिया है। पूछताछ में नरेश ने इस बात को कबूल किया कि उसके फाल्गुनी से रिश्ते थे, जबकि फाल्गुनी ने रोते हुए पुलिस के सामने सिर्फ इतना कहा कि उससे गलती हो गई। उसने यह भी स्वीकार किया कि अल्पेश उस पर शक करता था और इसी वजह से उसने खुद को नशे में डुबो लिया था। पुलिस के मुताबिक फाल्गुनी और नरेश पिछले 3-4 सालों से रिलेशन में थे। नरेश पहले से शादीशुदा था, एक बच्चा भी था और दूसरी सगाई भी हो चुकी थी, लेकिन फाल्गुनी से रिश्ते ने सबकुछ तोड़ दिया। अल्पेश के छोटे भाई ने पत्नी और उसके प्रेमी के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने की रिपोर्ट दर्ज कराई है। पोस्टमार्टम के बाद तीनों शव अल्पेश के परिजनों को सौंप दिए गए हैं, जो उन्हें लेकर अपने गांव सांबरकांठा रवाना हो चुके हैं। इधर पुलिस अब डायरी, सुसाइड नोट और मिले वीडियो की मदद से यह पता लगाने की कोशिश में है कि आखिर वह कौन सी आखिरी बात थी, जिसने एक बाप को अपने ही बच्चों की जान लेने और फिर खुद को खत्म कर लेने पर मजबूर कर दिया।
