छत्तीसगढ़ के सरगुजा में रामगढ़ पहाड़ी है, जहां एक बड़ा हादसा होते-होते बच गया। यहां एक 12 वर्षीय बच्चे 200 फीट गहरी खाई में गिर गई।
हालांकि खास बात यह है की बच्ची को रेस्क्यू करके बाहर निकाल लिया गया। बच्ची को खाई से निकालने के लिए 2 घंटे तक कड़ी मेहनत करनी पड़ी।
बच्ची को खाई से निकलने के बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसे जिला अस्पताल में रेफर कर दिया गया। बच्ची अपने परिवार के साथ डुमरिया जिले के सूरजपुर से सरगुजा के उदयपुर में रामगढ़ पहाड़ी पर स्थित भगवान राम-जानकी के दर्शन करने के लिए आई थी।
यहां वह दर्शन करने के बाद चंदन कुंड की तरफ जा रहे थे। तभी वहां कुछ बंदर आ गए। बंदरों ने बच्ची के हाथ में थैला देखा तो उस पर झपट्टा मार दिया। इस दौरान बच्ची बंदरों से इतना डर गई कि उसका पैर फिसल गया और 200 फिट गहरी खाई में गिर गई।
बच्ची का नाम बॉबी राजवाड़े है, जो खाई में गिरी थी। बॉबी के खाई में गिरते ही हंगामा हो गया इसके बाद बच्ची को खाई से सुरक्षित निकालने के लिए रस्क्यू की ऑपरेशन शुरू किया गया मौके पर पुलिस प्रशासन रामगढ़ सेवा समिति और स्थानीय युवाओं ने मिलकर बच्ची को बाहर निकाला।
बॉबी के बाहर निकालने में पूरे 2 घंटे का वक्त लगा बच्ची को रस्सी की मदद से बाहर निकाला गया।
बॉबी को खाई से निकालने के बाद तुरंत उदयपुर के अस्पताल ले जाया गया लेकिन वहां से उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। डॉक्टर ने बॉबी का इलाज किया। हादसे में बच्ची के पैरों में फ्रैक्चर हुआ है
रामगढ़ में सीढ़ियां आधी और खतरनाक हैं। इससे पहले एक सात साल की बच्ची खाई में गिर गई थी। वह चैत्र नवरात्र के दौरान बंदरों से डरकर 150 फिट गहरी खाई में गिरी थी। उस बच्ची का भी रेस्क्यू किया गया था और बचाया गया था।
