सोने की कीमत में जबरदस्त गिरावट से बाजार में हलचल, खरीदारी के लिए बना सुनहरा मौका

सोने की कीमतों में हाल ही में आई जबरदस्त गिरावट ने बाजार को हैरानी में डाल दिया है। बुधवार को यह कीमती धातु अपने सर्वकालिक…

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सोने की कीमतों में हाल ही में आई जबरदस्त गिरावट ने बाजार को हैरानी में डाल दिया है। बुधवार को यह कीमती धातु अपने सर्वकालिक उच्च स्तर से करीब 7 से 8 फीसदी तक नीचे लुढ़क गई, जिससे 10 ग्राम सोना करीब 7,216 रुपये तक सस्ता हो गया। यह गिरावट जहां एक तरफ पुराने निवेशकों की चिंता बढ़ा रही है, वहीं आम खरीदारों, खासकर शादी या त्योहारों के लिए खरीदारी की योजना बना रहे लोगों के लिए यह एक राहत की खबर बनकर सामने आई है।

इस गिरावट के पीछे अंतरराष्ट्रीय बाजार की बदलती परिस्थितियों को जिम्मेदार माना जा रहा है। अमेरिका और चीन के बीच लंबे समय से चले आ रहे व्यापारिक तनाव में हाल ही में थोड़ी नरमी देखने को मिली है। इसके साथ ही अमेरिकी प्रशासन ने टैरिफ से जुड़े फैसलों में कुछ समय के लिए ढील दी है, जिससे वैश्विक शेयर बाजारों को मजबूती मिली है। यही कारण है कि जो निवेशक पहले अनिश्चितता के माहौल के चलते सोने में पैसा लगा रहे थे, वे अब मुनाफा निकालने के लिए सोना बेच रहे हैं। इसके अलावा नए निवेशकों का झुकाव भी अब शेयर बाजार की ओर होता दिखाई दे रहा है, जिससे सोने की मांग में और गिरावट आई है।

इस साल 22 अप्रैल को सोना अपने चरम पर था। उस दिन भारत में जीएसटी सहित 10 ग्राम सोने की कीमत 1 लाख रुपये के पार पहुंच गई थी। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज पर भी सोना 99,358 रुपये प्रति 10 ग्राम तक चढ़ गया था, जबकि अंतरराष्ट्रीय बाजार में यह 3,400 डॉलर प्रति औंस के करीब ट्रेड कर रहा था। मगर इस रिकॉर्ड के बाद से सोने के दाम में गिरावट का दौर शुरू हो गया। लगातार गिरते भाव ने निवेशकों को असमंजस में डाल दिया है।

14 मई को एमसीएक्स पर सोने की कीमत 92,022 रुपये प्रति 10 ग्राम तक नीचे चली गई। यह स्तर 22 अप्रैल के शिखर से पूरे 7,216 रुपये कम है। दिन के दौरान सोने ने 93,666 रुपये का उच्च स्तर भी छुआ, लेकिन रात 11 बजे के करीब यह गिरकर 92,257 रुपये पर पहुंच गया। एक दिन पहले यह 93,647 रुपये पर बंद हुआ था और बुधवार को इसका खुलाव 93,143 रुपये पर हुआ था। इस तरह के उतार-चढ़ाव ने बाजार की अनिश्चितता को और बढ़ा दिया है।

सोने में निवेश करने वालों के लिए यह स्थिति दोधारी तलवार जैसी बन गई है। जिन्होंने ऊंचे भाव पर सोना खरीदा था, वे अब या तो घाटा सहने को मजबूर हैं या मुनाफावसूली कर रहे हैं। हालांकि जिनका नजरिया लंबी अवधि का है, वे इस गिरावट को एक अवसर मान सकते हैं। दूसरी ओर, आम ग्राहकों के लिए यह समय फायदेमंद हो सकता है, खासकर वे लोग जो शादी-ब्याह या त्योहारों के लिए सोना खरीदना चाहते हैं। कम कीमत पर उन्हें बेहतर सौदे मिल सकते हैं, जिससे उनकी जेब पर भी कम बोझ पड़ेगा।

हालांकि, विशेषज्ञों की मानें तो सोने की गिरती कीमतों को देखकर जल्दबाजी में कोई फैसला नहीं करना चाहिए। यदि कोई व्यक्ति अगले 5 से 10 सालों के लिए निवेश करना चाहता है, तो यह गिरावट खरीदारी का अच्छा मौका हो सकता है। लेकिन जो लोग तात्कालिक लाभ की उम्मीद में हैं, उनके लिए बाजार की मौजूदा अस्थिरता जोखिम भरी हो सकती है। ऐसे में किसी भी कदम से पहले बाजार के रुझान को समझना जरूरी है।

भविष्य में सोने की कीमतें कैसी रहेंगी, यह पूरी तरह वैश्विक आर्थिक हालात, अमेरिकी डॉलर की स्थिति और दुनिया में हो रही राजनीतिक हलचलों पर निर्भर करेगा। अगर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्थिरता बनी रहती है, तो कीमतों में और गिरावट आ सकती है। लेकिन अगर कोई बड़ा आर्थिक संकट सामने आता है, तो एक बार फिर निवेशक सुरक्षित विकल्प के तौर पर सोने की ओर रुख कर सकते हैं। इसलिए निवेश या खरीदारी से पहले विशेषज्ञ की राय लेना और अपनी वित्तीय स्थिति का मूल्यांकन करना बेहद जरूरी है।