तैयारी : विधानसभा कूच को तैयार गुरिल्ला राजधानी में भरेंगे हुंकार

विधानसभा के तुरंत बाद दिल्ली कूच की है तैयारी बार-बार आंदोलन के बाद निकले शासनादेशों पर नहीं हुई कार्रवाई सीमा सुरक्षा सहयोग संबंधी कार्यों में…

विधानसभा के तुरंत बाद दिल्ली कूच की है तैयारी

बार-बार आंदोलन के बाद निकले शासनादेशों पर नहीं हुई कार्रवाई

सीमा सुरक्षा सहयोग संबंधी कार्यों में लगाए जाने की मांग को लेकर पिछले डेढ़ दशक से भी अधिक समय से खामोश एस एस बी प्रशिक्षित गुरिल्ला अब आक्रोशित है। देश प्रेम के भावना से ओतप्रोत यह स्वयं सेवक सरकारी उदासीनता के चलते राज्यस्तरीय आंदोलन की राह पर है। गुरिल्ला संगठन की ओर से जारी विज्ञप्ति में कहा गया है इन स्वयं सेवकों को दिसंबर में आयोजित विधानसभा सत्र के दौरान विधानसभा कूच की रणनीति के तहत रूपरेखा तैयार कर ली है। जिसका आगाज़ उन्होंने एक पूर्व विज्ञप्ति के माध्यम से जारी कर दिया है।

सभी जिलों से गुरिल्ला स्वयं सेवकों ने समय समय पर अपनी मांगों को लेकर जुलूसों के माध्यम से अपनी बात सरकार के सामने रखी। जिस के एवज में जारी शासनादेशों को दरकिनार कर दिया गया। सरकारी आदेशों की अवहेलना की गई।  अब तक की सरकारें उन्हें समायोजन के नाम पर  ठगती रही हैं।

एसएसबी गुरिल्ला संगठन द्वारा जारी विज्ञप्ति में बताया गया है कि 6 दिसंबर में एसएसबी गुरिल्ला द्वारा देहरादून में विधानसभा कूच किया जाएगा ।
विज्ञप्ति में बताया गया है कि विगत 12 वर्षों से नौकरी तथा पेंशन की मांग कर रहे गुरिल्ला विगत 1 वर्षों से भी अधिक समय से देहरादून परेड ग्राउंड में धरने में बैठे हुए हैं। अल्मोड़ा जिला मुख्यालय में भी धरने को 90 वर्ष हो गए हैं ,उन्होंने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा है कि केंद्र सरकार व राज्य सरकार से दर्जनों वार्ता होने के बावजूद तथा कुछ शासनादेश भी जारी होने के बाद सरकार द्वारा गुरिल्लों की अनदेखी की गई। गुरिल्ला आंदोलन को सफल बनाने एवं भावी रणनीति तय करने हेतु 6 दिसंबर को राज्य स्तरीय बैठक कर आंदोलन की भावी रणनीति तय करने की बात कही है ,तथा 11 दिसंबर से दिल्ली में संसद सत्र के दौरान भी आंदोलनात्मक कार्यवाही हेतु प्रभावी रणनीति तैयार करने के लिए समस्त गुरिल्ला स्वयंसेवको को देहरादून पहुंचने की अपील की है।