हरिद्वार में मनसा देवी मंदिर के पास जो भगदड़ मची उसने हर किसी को हिला कर रख दिया है। रविवार को वीकेंड की वजह से यहां काफी भीड़ उमड़ी हुई थी। मंदिर के सीढ़ी वाले रास्ते पर लोग ज्यादा इकट्ठा हो गए और अचानक अफरा तफरी मच गई। हालात ऐसे हो गए कि श्रद्धालु एक दूसरे पर गिरने लगे और इसी में कई लोग बुरी तरह कुचले गए। यह मंजर इतना भयावह था कि जिसने भी देखा उसकी आंखें भर आईं।
घटना की खबर मिलते ही प्रशासन हरकत में आया और पुलिस व राहत दल मौके पर पहुंचे। घायलों को जल्दी से अस्पताल भिजवाया गया। कई लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है। इस हादसे में अब तक छह लोगों की जान जाने की पुष्टि हो चुकी है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस पूरे हादसे को बेहद दुखद बताया है। उन्होंने कहा कि वो लगातार प्रशासन के संपर्क में हैं और हर स्थिति पर नज़र रखी जा रही है। सीएम ने इस घटना की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दे दिए हैं ताकि यह साफ हो सके कि आखिर ये सब कैसे हुआ और किसकी लापरवाही थी।
सीएम ने मृतकों के परिवारों को दो लाख और घायलों को पचास हजार रुपये की आर्थिक मदद देने की घोषणा भी की है। उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर लिखा कि सरकार पीड़ित परिवारों के साथ खड़ी है और हरसंभव मदद दी जाएगी। उन्होंने माता रानी से सभी के सुरक्षित रहने की प्रार्थना भी की।
मनसा देवी मंदिर उत्तर भारत के सबसे बड़े धार्मिक स्थलों में गिना जाता है। छुट्टी के दिन यहां देशभर से लोग दर्शन करने आते हैं। लेकिन इस बार जो हुआ उसने सबको गहरे सदमे में डाल दिया है। अब सबकी निगाहें जांच पर हैं कि आखिर भीड़ नियंत्रण में क्यों चूक हुई और क्या इससे बचा जा सकता था।
