राजा रघुवंशी हत्याकांड में सोनम और राज का रिश्ता सामने आया, पुलिस के सामने खुद कबूला सारा सच

मेघालय में हुए चर्चित राजा रघुवंशी मर्डर केस में अब बड़ा मोड़ आ गया है। जांच कर रही पुलिस टीम के हाथ कुछ ऐसे बयान…

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मेघालय में हुए चर्चित राजा रघुवंशी मर्डर केस में अब बड़ा मोड़ आ गया है। जांच कर रही पुलिस टीम के हाथ कुछ ऐसे बयान लगे हैं जिन्होंने पूरे मामले की सच्चाई सामने ला दी है। पुलिस का कहना है कि सोनम और राज कुशवाह दोनों ने ये मान लिया है कि वो आपस में रिश्ते में थे और उसी रिश्ते को बचाने के लिए उन्होंने राजा को अपनी राह से हटाने का प्लान बनाया था।

पुलिस अफसर विवेक सिम ने बताया कि दोनों ने पूछताछ में कबूल कर लिया है कि वे एक दूसरे को पसंद करते थे और उनके बीच काफी वक्त से नजदीकी चल रही थी। जब सोनम के घरवालों को इस बारे में पता चला तो उन्होंने दोनों का रिश्ता मंजूर नहीं किया। इसके उलट घरवालों ने सोनम की शादी राजा रघुवंशी से तय कर दी थी। इस बात से सोनम बेहद नाराज हो गई और घर में साफ कह दिया कि अगर उसकी मर्जी के खिलाफ शादी करवाई गई तो वो ऐसा कदम उठाएगी जिससे पूरे परिवार को पछताना पड़ेगा।

जांच टीम ने बताया कि सोनम और राज पहले ही तय कर चुके थे कि अगर उन्हें एक साथ रहना है तो राजा को रास्ते से हटाना होगा। इसलिए शादी के कुछ दिन बाद ही हनीमून के बहाने सोनम ने पूरी साजिश को अंजाम देने की तैयारी कर ली थी। वहीं पुलिस ने अब तक की जांच में ये भी साफ किया है कि वारदात के पीछे किसी एक का नहीं बल्कि दोनों का बराबर हाथ था।

इस मामले में पीड़ित परिवार की ओर से ये मांग की गई थी कि सोनम और राज का नार्को टेस्ट कराया जाए लेकिन जांच टीम ने इसे मंजूरी नहीं दी। टीम का कहना है कि उनके पास पहले से ही आरोपियों के खिलाफ ठोस सबूत हैं। क्राइम सीन को आरोपियों के साथ दोबारा रिक्रिएट किया गया है जिसमें उन्होंने पूरी वारदात बताई है। इसलिए अब नार्को टेस्ट कराने की जरूरत नहीं है।

पुलिस के मुताबिक सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन के मुताबिक नार्को एनालिसिस का इस्तेमाल तभी किया जाता है जब किसी केस में साक्ष्य मौजूद न हों। यहां आरोपियों ने खुद अपने जुर्म को स्वीकार कर लिया है और पुलिस के पास सारे जरूरी दस्तावेज भी हैं। ऐसे में ये टेस्ट कराने का कोई तर्क नहीं बनता।

फिलहाल दोनों आरोपियों को न्यायिक हिरासत में रखा गया है और उम्मीद है कि गुरुवार को उन्हें अदालत में पेश किया जाएगा। पुलिस का कहना है कि वो सिर्फ कबूलनामे पर भरोसा नहीं कर रही बल्कि ऐसे सबूत जुटा रही है जो कोर्ट में पूरी मजबूती के साथ टिक सकें। ताकि इस जघन्य हत्याकांड में कोई भी दोषी कानून से बच न पाए।