राज्य आंदोलनकारियों को सम्मान दिए बगैर राज्य स्थापना के रजत जयंती समारोह औचित्यविहीन, राज्य आंदोलनकारियों ने सरकार को चेताया

अल्मोड़ा: जिला मुख्यालय से 35 किलोमीटर दूर नगरखान में राज्य आन्दोलनकारियों ने एक बैठक में कहा कि उत्तराखंड सरकार राज्य स्थापना का रजत जयंती समारोह…

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अल्मोड़ा: जिला मुख्यालय से 35 किलोमीटर दूर नगरखान में राज्य आन्दोलनकारियों ने एक बैठक में कहा कि उत्तराखंड सरकार राज्य स्थापना का रजत जयंती समारोह तो जोर -शोर से मना रही है पर राज्य आंदोलनकारियों की कोई सुध नहीं ले रही है।


कहा कि राज्य आंदोलनकारियों को सम्मान दिये बिना रजत जयंती समारोह का कोई औचित्य नहीं है । बैठक में राज्य आंदोलनकारियों ने उन्हें 20 हजार रूपये मासिक पैंशन दिये जाने की मांग की।


बैठक में क्षैतिज आरक्षण की स्थिति को स्पष्ट करने की मांग करते हुए कहा कि वर्तमान शासनादेश में कितने आश्रितों को क्षैतिज आरक्षण का लाभ मिलेगा स्पष्ट नहीं है।


बैठक में घोषणा के तीन वर्ष बाद भी आश्रितों की पैंशन स्वीकृत न होने पर आक्रोश व्यक्त किया गया। बैठक में वक्ताओं ने कहा कि राज्य बनने के 25 वर्ष होने पर भी राज्य आंदोलनकारियों का चिन्हीकरण कार्य पूरा न हो पाना भी सरकार की कार्यप्रणाली पर स्वयं सवालिया निशान लगाता है।


आज बैठक में ब्रह्मा नन्द डालाकोटी,दौलत सिंह बगड्वाल, दिनेश शर्मा, गोपाल सिंह बनौला, नवीन डालाकोटी, ताराराम,मदन राम, कृष्ण चंद्र डालाकोटी, कैलाश राम,महेश पांडे,पदम सिंह, सुनील चन्द्र,पूरन सिंह बनौला, शंकर दत खष्टी बल्लभ, गोपाल राम आदि सम्मिलित हुए।