भारतीय रिजर्व बैंक ने आम जनता के लिए एक अहम जानकारी दी है। जल्द ही बाजार में बीस रुपए का नया नोट आने वाला है। ये नोट महात्मा गांधी नई सीरीज का हिस्सा होगा। इसमें हाल ही में नियुक्त किए गए गवर्नर संजय मल्होत्रा के सिग्नेचर होंगे।
इस एलान के बाद ये साफ हो गया है कि देश की करेंसी में एक नया बदलाव जुड़ने वाला है। गवर्नर बदलने के बाद नए नोट जारी होना एक सामान्य प्रक्रिया है। लेकिन आम लोगों के लिए ये हमेशा एक नया अनुभव होता है।
नए नोट का रंग और साइज पहले की तरह ही रहेगा। लेकिन इसमें कुछ चीजें पहले से अलग होंगी। जैसे नोट पर गांधी जी की तस्वीर ज्यादा साफ दिखेगी। सिक्योरिटी फीचर और मजबूत किए जाएंगे। वाटरमार्क, थ्रेड और नंबर पैटर्न पहले से बेहतर होंगे।
पीछे की तरफ कोई सांस्कृतिक या ऐतिहासिक महत्व की तस्वीर दी जा सकती है। जैसी परंपरा रिजर्व बैंक अब तक निभाता आया है।
लोगों के मन में यह सवाल भी उठ सकता है कि क्या पुराने बीस रुपए के नोट अब नहीं चलेंगे। इसका जवाब है कि पुराने नोट पूरी तरह से वैध हैं। उनका लेनदेन पहले की तरह ही किया जा सकता है।
रिजर्व बैंक का कहना है कि नोट बदलने की कोई जरूरत नहीं है। यह सिर्फ एक नियमित प्रक्रिया है। नया नोट धीरे धीरे बैंक, एटीएम और बाकी चैनलों से आम जनता तक पहुंचेगा।
नए नोट लाने का मकसद करेंसी को ज्यादा सुरक्षित बनाना है। साथ ही नकली नोटों से बचाव करना भी इसका उद्देश्य है। जब नया गवर्नर बनता है तो उन्हीं के दस्तखत वाले नोट छापे जाते हैं। इससे रिजर्व बैंक की पहचान और प्रामाणिकता बनी रहती है।
लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है। पुराने और नए दोनों तरह के नोट चलते रहेंगे। आप पहले की तरह ही इनका इस्तेमाल कर सकते हैं।