मसूरी में आज रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एलबीएसएनएए के फाउंडेशन कोर्स के समापन कार्यक्रम में हिस्सा लिया। मंच से बोलते हुए उन्होंने कहा कि ट्रेनिंग पूरी करते ही युवा अफसरों को कम उम्र में बड़ी जिम्मेदारी मिलती है, और जैसे जैसे सेवा में आगे बढ़ते हैं, उसी जिम्मेदारी का असली वजन समझ में आता है।
समारोह के दौरान राजनाथ सिंह ने बेटियों की बढ़ती भूमिका पर खुशी जताई। उन्होंने कहा कि आज की लड़कियां हर क्षेत्र में शानदार प्रदर्शन कर रही हैं, और आने वाले वक्त में सिविल सर्विसेज में महिलाओं की मौजूदगी पुरुष अफसरों के बराबर दिखेगी। उनका कहना था कि नारी शक्ति अब देश की तरक्की में पूरे विश्वास के साथ आगे बढ़ने को तैयार है।
रक्षा मंत्री ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की बातों को अब पूरी गंभीरता से सुना जाता है, देश तेज गति से विकसित हो रहा है, और हमारी अर्थव्यवस्था मजबूती से आगे बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि एक सिविल सर्वेंट देश की दिशा तय करने में अहम भूमिका निभाता है, इसलिए अफसरों के काम का असर सीधे आम लोगों तक पहुंचता है।
अपने संबोधन में उन्होंने स्टार्टअप संस्कृति पर भी बात की और कहा कि इस माहौल ने देश के कई होनहार युवाओं को नए सपने दिए हैं। उन्होंने कहा कि इसके बावजूद सिविल सर्विसेज का आकर्षण कम नहीं हुआ है, आज भी युवा सीमित पदों के लिए कड़ी मेहनत करते हैं और कठिन मुकाबले से गुजरते हैं।
राजनाथ सिंह ने कहा कि पहले ब्यूरोक्रेसी का नाम आते ही लोगों को फाइलें और रेड टेप याद आता था, लेकिन अब यह सोच बदल चुकी है, आज का अफसर जनता के लिए काम करता है, और खुद को लोकसेवक मानकर काम करता है। उन्होंने अपने भाषण में ऑपरेशन सिंदूर का भी जिक्र किया और कहा कि उस दौरान देशभर में हुए मॉकड्रिल को अधिकारियों ने बहुत अच्छी तरह से संभाला। उन्होंने कहा कि भविष्य में ऐसी किसी भी स्थिति के लिए मन को तैयार रखना जरूरी है।
रक्षा मंत्री ने कहा कि देश तेजी से विकास की राह पर है, ऐसे समय में युवाओं में सकारात्मक ऊर्जा का होना बहुत मायने रखता है, और यदि हम सच में देश को आगे ले जाना चाहते हैं तो समाज के हर हिस्से की बराबर भागीदारी सुनिश्चित करनी होगी।
ट्रेनी अफसरों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि आने वाले समय में आप सभी को नीतियों को जमीनी स्तर पर लागू करना है, और जनता के लिए काम करना ही असली मकसद होना चाहिए। उन्होंने कहा कि मन को बड़ा रखना चाहिए, क्योंकि आज समाज में अहम की समस्या बढ़ रही है।
अंत में उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में देश की सामाजिक और आर्थिक तस्वीर तेजी से बदली है, उच्च शिक्षा में दाखिले के अवसर कई गुना बढ़े हैं, और रोजगार की संभावनाएं भी पहले से ज्यादा खुली हैं।
