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जल स्रोतों का संवर्धन जागरुकता अभियान: जीआईसी मनसारीनालाचौड़ा और भूलखर्कगांव में विद्यार्थियों से हुआ संवाद

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Promotion of Water Resources Awareness Campaign: Interaction with students at GIC Mansarinalachoda and Bhulkharkgaon

अल्मोड़ा, 08 दिसंबर 2022— कोसी नदी और उसे जलापूर्ति करने वाले गाड़, गधेरों और धारों को संरक्षित एवं संवर्धित करने, कोसी नदी पुनर्जीवन अभियान(Promotion of Water Resources Awareness Campaign) को जन अभियान बनाने की मुहिम के तहत बुधवार 7 दिसंबर को राजकीय इंटर कालेज,मनसारीनालाचौडा़ तथा राजकीय इंटर कालेज भूलखर्कगांव में जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।

Promotion of Water Resources Awareness Campaign
Promotion of Water Resources Awareness Campaign


इस कार्यक्रम में गजेन्द्र पाठक, फार्मेसिस्ट, स्वास्थ्य उपकेन्द्र सूरी (ताड़ीखेत) द्वारा पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से कोसी नदी और उसे जलापूर्ति करने वाले गाड़, गधेरों और धारों में पानी के स्तर में निरंतर गिरावट के कारणों पर प्रकाश डालते हुए बताया कि बांज, बुरांस,काफल आदि चौड़ी पत्ती प्रजाति के मिश्रित जंगलों के अनियंत्रित और अवैज्ञानिक दोहन, जंगलों में हर साल बढ़ रही घटनाओं के कारण जंगलों का स्वरूप बदल रहा है।

Promotion of Water Resources Awareness Campaign
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मिश्रित जंगलों के स्थान पर चीड़ के एकल प्रजाति जंगल बढ़ रहे हैं जिससे वर्षा जल को भू जल में बदलने की प्रक्रिया बाधित हो गई है और यह कोसी नदी और उसे जलापूर्ति करने वाले गाड़, गधेरों और धारों के जल स्तर में गिरावट का प्रमुख कारण है। इसके अलावा वैश्विक तापवृद्धि से उत्पन्न जलवायु परिवर्तन के कारण शीतकालीन वर्षा और बर्फबारी में उल्लेखनीय कमी आयी है जो जल स्त्रोतों में गिरावट का एक और प्रमुख कारण है।

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सूख रहे जल स्त्रोतों, जैवविविधता के संरक्षण और संवर्धन तथा जलवायु परिवर्तन और वैश्विक तापवृद्धि से उत्पन्न अतिशय मौसमी दशाओं से निबटने हेतु जंगलों के अनियंत्रित और अवैज्ञानिक दोहन को रोकने के साथ ही जंगलों को आग से बचाने हेतु आम जनता को आगे आना होगा तभी कोसी नदी पुनर्जीवन अभियान के बेहतर परिणाम मिल सकते हैं।


सहायक अध्यापक दिनेश चंद्र तिवारी ने जंगलों और जल स्त्रोतों के संरक्षण एवं संवर्धन हेतु युवाओं और महिलाओं से सहयोग की अपील की।

https://studio.youtube.com/video/g6M_M0LJ4mE/edit


श्रीमती रेखा रावत तथा श्रीमती रेखा खर्कवाल ने कच्चे,हरे पेड़ों का कटान रोकने तथा वनाग्नि नियंत्रण में महिलाओं की ओर से सहयोग का आश्वासन दिया।

कार्यक्रम में राजकीय इंटर कालेज मनसारीनालाचौडा़ के प्रधानाचार्य गिरीश चन्द्र आर्या, राजकीय इंटर कालेज भूलखर्कगांव के प्रधानाचार्य प्रदीप कुमार उपाध्याय, डिप्टी रेंजर राम सिंह रावत, ढूमणगांव के ग्राम प्रधान जगतराम आर्या, एसएमसी अध्यक्ष रेखा रावत,राजस्व उपनिरीक्षक दीवान गोस्वामी ,लाल सिंह खाती समेत दोनों विद्यालयों के अध्यापकों मनीषा, चंद्रप्रकाश, मोहम्मद फुरकान, कमल नाथ, हरीश भोज, दीप चंद्र वन विभाग से गोविन्द पांडेय, सुभाष राम, राजू बिष्ट, धीरेन्द्र उप्रेती के अलावा अछौडा़,भूलगांव, खर्कवाल गांव,आगरा तथा बहुराडी़ गांवों के महिला मंगल दलों के सदस्यों श्रीमती गंगा देवी, श्रीमती हेमा देवी, श्रीमती लीला देवी श्रीमती पुष्पा देवी श्रीमती कमला देवी, श्रीमती शोभा देवी, श्रीमती बबीता, श्रीमती मंजू, तथा सैकड़ों विद्यार्थियों द्वारा प्रतिभाग किया गया ।