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घपला : सीमान्त इंजीनियरिंग संस्थान के पूर्व निदेशक के खिलाफ मुकदमा

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पिथौरागढ़। पिथौरागढ़ स्थित नन्ही परी सीमान्त इंजीनियरिंग संस्थान के पूर्व निदेशक डॉ. अम्बरीष शरण विद्यार्थी के खिलाफ भ्रष्टाचार, वित्तीय तथा प्रशासनिक अनियमितता के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया है।
संस्थान के कुलसचिव डॉ. हेमन्त कुमार जोशी की ओर से मामले की तहरीर दी गई थी। जिस पर वर्तमान में संस्थान के प्रशासक और निदेशक जिलाधिकारी द्वारा जांच की गई, जिसमें पूर्व निदेशक अम्बरीष शरण विद्यार्थी द्वारा 15, लाख 35 हजार 111 रुपयों का गबन होना पाया गया।

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वित्तीय एवं प्रशासनिक अनियमितताओं के संबंध में विभिन्न माध्यमों से पहले से शिकायतें मिल रही थीं। प्रशासन ने जांच कराने के बाद शासन को अपनी आख्या भेजी, जिसके बाद यह कार्यवाही आगे बढ़ी। इसके बाद वर्ष नवंबर 2018 से फरवरी 2021 तक नन्ही परी सीमान्त अभियान्त्रिकी संस्थान के निदेशक रहे अम्बरीष शरण विद्यार्थी के खिलाफ कोतवाली पिथौरागढ़ में आईपीसी की धारा 409 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। गौरतलब है कि वर्ष 2011-12 से शुरू हुए इस संस्थान का पूर्व में नाम सीमान्त प्रौद्यागिकी संस्थान था। केएनयू जीआईसी पिथौरागढ़ के पास वर्तमान में यह संस्थान संचालित है।

जानकारी के अनुसार इस संस्थान के नये परिसर के निर्माण के नाम पर जिला मुख्यालय से कुछ दूर मड़धूरा के सुनसान इलाके में करीब 15 - 16 करोड़ से अधिक की रकम खर्च की जा चुकी है, लेकिन अब तक भवन के नाम पर कुछ भी बनकर तैयार नहीं हुआ है। यह क्षेत्र सड़क संपर्क की सीधी पहुंच में भी नहीं है। इसके चलते और अन्य वजहों से मड़धूरा में इस संस्थान के भवन निर्माण का मामला अब खटाई में पड़ा नजर आ रहा है। संस्थान में इस समय करीब ढाई सौ छात्र-छात्राएं विभिन्न विषयों में अध्ययनरत हैं।