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पिथौरागढ़ जिला प्रशासन पर सत्ता पक्ष के इशारे पर कार्य करने के लगाये आरोप

Newsdesk Uttranews
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एशियन स्कूल के छात्र की मौत पर एनएसयूआई ने फूंका जिला प्रशासन का पुतला

स्कूल बस से कुचल कर 4 साल के छात्र की मौत के मामले में प्रशासन पर लगाया ढिलाई का आरोप

पिथौरागढ़। यहा पिथौरागढ़ में एशियन स्कल के चार वर्षीय छात्र की उसी स्कूल की बस से कुचलकर मृत्यु के मामले में एनएसयूआई और कांग्रेस ने प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया हैै। एलकेजी के छात्र की मौत के मामले में लापरवाही बरतने और स्कूल प्रबंधन को बचाने का आरोप लगाते हुए शनिवार को एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने जिला व पुलिस प्रशासन का पुतला फूंका।

एनएसयूआई और कांग्रेस ने मामले में जल्द और सख्त कार्रवाई न होने पर सोमवार से उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है।

एनएसयूआई नेता करन खाती और ऋषभ कल्पाशी के नेतृत्व में शनिवार दोपहर संगठन कार्यकर्ता और काॅलेज के छात्र नगरपालिका तिराहे पर एकत्रित हुए। उन्होंने जिला व पुलिस प्रशासन के खिलाफ जोरदार नारेबाजी के बीच पुतला दहन किया। इस दौरान हुई सभा में एनएसयूआई नेताओं ने कहा कि जिला व पुलिस प्रशासन मामले में लीपापोती करने की कोशिश कर रहा है।

आरोप लगाते हुए कहा कि स्कूल का संचालक भाजपा नेता है। इसलिए प्रशासन इस गंभीर घटना पर हीलाहवाली कर रहा है। इसी का नतीजा है कि घटना के 3-4 घंटे बाद स्कूल बस के चालक का जन दबाव पड़ने पर पकड़ा गया जबकि मामले के अन्य दोषियों के खिलाफ अब तक कुछ नहीं किया गया है। एनएसयूआई नेताओं ने घटना केे दोषियों के खिलाफ जल्द कार्रवाई करने की मांग की।

उल्लेखनीय है कि शुक्रवार शाम नगर के टकाना क्षेत्र में एशियन एकेडमी स्कूल के गेट के पास इसी स्कूल की बस से कुचलकर एलकेजी में पढ़ने वाले 4 साल के दारेन अली की मौत हो गई थी। मारे गए बच्चे की मां इसी स्कूल में टीचर है। घटना के बाद बच्चे के परिजन और नगर के अनेक लोग बस चालक व क्लीनर के साथ ही स्कूल प्रबंधन के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग करते हुए देरशाम तक कोतवाली में जमे रहे। अब तक पुलिस केवल बस चालक को ही गिरफ्तार कर सकी है ।

सत्ता पक्ष के दबाव में काम कर रहा है प्रशासन: ऋषेंद्र

पिथौरागढ़। कांग्रेस जिलाध्यक्ष त्रिलोक सिंह महर और यूथ कांग्रेस जिलाध्यक्ष ऋषेंद्र महर का कहना है कि स्कूल के गेट पर उसी स्कूल की बस से कुचल कर बच्चे की मौत अत्यंत गंभीर घटना है, जो स्कूल प्रबंधन और प्रशासन को भी कठघरे में खड़ा करती है। ऋषेंद्र महर का कहना है कि स्कूल संचालक के सत्ताधारी पार्टी से जुड़ा होने के कारण प्रशासन दबाव में है और इसीलिए अपनी जिम्मेदारी निभाने में उदासीनता बरत रहा है। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के विपरीत सफेद रंग की बस, स्कूल के बच्चों को लाने-ले जाने के लिए इस्तेमाल की जा रही थी तो इसके लिए सीधा प्रशासन जिम्मेदार है। महर ने कहा कि स्कूल प्रबंधन व प्रशासन की लापरवाही के चलते ही यह घटना हुई है। उन्होंने घटना के इतने घंटे बाद भी स्कूल प्रबंधक के पीड़ित परिवार के समक्ष न आने पर रोष जताया। उन्होंने सभी दोषियों के खिलाफ जल्द और सख्त कार्रवाई न होने पर सोमवार से उग्र आंदोलन छेड़ने की चेतावनी दी है।