यह है अल्मोड़ा का पत्थरखानी गांव जहां के लिए पत्थर दिल बन गया लघुसिंचाई विभाग, गांव में पानी का टेंक तो बनाया लेकिन पानी नहीं पहुंचाया पढे़ं पूरी खबर…

उत्तरा न्यूज डेस्क
2 Min Read
IMG 20190520 WA0016
Photo- uttranews
Screenshot-5

अल्मोड़ा- सरकारी विभागों की कार्यशैली भी निराली है, सरकारी योजनाएं कैसे धरातल पर दम तोड़ती हैं इसकी बानगी भैसियाछाना ब्लाँक का पत्थरखानी गांव है, यहां छल साल पहले से बन रही सिंचाई योजना अभी भी अधूरी पड़ी है, बिना पानी का सूना टेंक लोगों को मुंह चिढ़ा रहा है, सिंचाई सुविधा का सपना देख रहे किसानों के लिए आज भी सिंचाई ख्वाब ही है|
क्षेत्र के सामाजिक कार्यकर्ता कैलाश चंद्र भट्ट द्वारा जिलाधिकरी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजते हुए भैसियाछना विकासखंड की दियारी ग्राम पंचायत के पत्थरखानी गांव में अधूरी पड़ी लघु सिंचाई योजना को पूरी करने की मांग की|
कहा कि योजना का निर्माण कार्य वर्ष2011-12में शुरू हुआ निर्माण स्थल पर टेंक का निर्माण तो किया गया किन्तु उसमे पाइप लाइन नहीं बिछाई गयी न ही टेंक में पानी डाला गया| प्रार्थना पत्र में कहा है कि वह दो बार जिला कार्यालय में इस संबंध में प्रार्थना पत्र दे चुका है किन्तु कोई कार्यवाही नही हुई इसलिए इस बार मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर अधूरे निर्माण कार्य को पूर्ण करने की मांग की गयी है ताकि योजना का लाभ ग्राम वासियों को मिल सके | उनका कहना है कि दियारी ग्राम पंचायत के किसान खेती बड़ी के साथ साथ सब्जी उत्पादन में विशेष रुचि रखते है इस गांव से उत्पादित सब्जी पनुवानौला एवं धौलादेवी तक जाती है किन्तु लघु सिंचाई विभाग द्वारा इस प्रकार आधी अधूरी योजना का निर्माण कर जहां किसानो को आर्थिक हानि पहुचाई है वहीं सरकारी धन का दुरुपयोग भी किया है लघु सिंचाई विभाग द्वारा निर्मित इसे टेंक से खेतो में तो हरियाली नही आयी वरन टैंक के भीतर पेड़ पौधे जरूर उग आये हैं| विभाग की इस लापरवाही की पूरी क्षेत्र में चर्चा हो रही है|

holy-ange-school
IMG 20190520 WA0015
Photo-uttranews

Joinsub_watsapp