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प्रतिभागियों को दी प्राण चिकित्सा विधि की जानकारी, कई रोगियों का किया गया उपचार

Newsdesk Uttranews
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अल्मोड़ा। एसएसजे ​परिसर अल्मोड़ा में योग विभाग की ओर से चल रही दस दिवसीय कार्यशाला में प्रतिभागियों को योग की विभिन्न विधाओं से अवगत कराया जा रहा है। विभिन्न वै​कल्पिक चिकित्सा पद्धतियों का चिकित्सकीय अनुप्रयोग विषय पर चल रही कार्यशाला में पांचवे दिन प्राण चिकित्सा विशेषज्ञ डा. उषा जायसवाल और डा. राकेश जायसवाल ने प्रतिभागियों को दूरस्थ प्राण चिकित्सा का प्रशिक्षण दिया। अनेक रोगियों का इस विधि से उपचार भी किया गया।
इस मौके पर डा.उषा जायसवाल ने कहा कि शरीर जीवद्रव्य व भौतिक शरीर से बना होता है। प्राण उर्जा के माध्यम से उपचार किया जाता है। डाक्टर राकेश जायसवाल ने कहा कि प्राण चिकित्सा पद्धति एक दिव्य अलौकिक प्रक्रिया है जिससे हम अपने आभा मंडल को बढ़ा सकते हैं।कार्यशाला संयोजक डा. नवीन चन्द्र भट्ट ने बताया कि कार्यशाला में शुक्रवार को नवयोग चिकित्सा के बारे में प्रतिभागियों को प्रशिक्षित किया जाएगा। इसके ​हीलिंग के लिए केन्द्रीय योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा अनुसंधान परिषद के सदस्य डा. नवदीप जोशी उपस्थित रहेंगे। इस मौके पर डा. प्रेम प्रकाश पांडे,डा. लल्लन कुमार सिंह,डा. आशा राणा,हेमलता अवस्थी, विरेन्द्र सिंह,मनोज गिरी, सुमित चौधरी, दीपिका अधिकारी, चन्दन सिंह आदि मौजूद थे। 300 प्रतिभागी इस कार्यशाला में भाग ले रहे हैं।

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