मध्य प्रदेश के रायसेन जिले में बेबी कॉन्वेंट नाम के एक निजी स्कूल पर नर्सरी के बच्चों को पारंपरिक पढ़ाई से हटकर इस्लामिक शिक्षा देने का आरोप लग गया। यह मामला तब सामने आया जब एक बच्ची के घर पर पढ़ते वक्त उसके चाचा ने देखा कि पहाड़े में क से काबा म से मस्जिद न से नमाज और औ से औरत लिखा हुआ है। इसके साथ ही हर शब्द के साथ तस्वीर भी थी जिसमें क से काबा में मक्का का काबा न से नमाज में नमाज पढ़ते हुए व्यक्ति और औ से औरत में हिजाब पहने महिला का चित्र बना था। बच्ची के चाचा ने जब पूरे पन्ने देखे तो हैरान रह गए और मामला परिवार के बाकी लोगों को बताया।
इसके बाद अभिभावक और स्थानीय हिन्दू संगठन स्कूल पहुंच गए। विश्व हिन्दू परिषद और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता भी वहां पहुंचकर प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी करने लगे जिससे माहौल गरम हो गया। पुलिस को मौके पर आकर मामला संभालना पड़ा। थाना प्रभारी नरेंद्र गोयल ने लोगों को शांत करते हुए कहा कि शिकायत दर्ज कर ली जाएगी और बच्चों को बांटी गई इस्लामिक सामग्री भी जब्त कर ली गई है।
स्कूल की प्राचार्य आईए कुरैशी ने इस पर अपनी गलती मानी और कहा कि ये पट्टी पहाड़े भोपाल से मंगवाए गए थे जिन्हें उन्होंने पढ़ा तक नहीं था। उन्हें पता नहीं था कि इसमें न से नमाज और म से मस्जिद जैसे शब्द लिखे हैं। उन्होंने अभिभावकों से अपील की कि वे यह सामग्री लौटा दें।
पुलिस ने इस मामले की जानकारी जिला शिक्षा अधिकारी को दी। जिला शिक्षा अधिकारी डीडी रजक ने कहा कि यह मामला गंभीर है और शासन की गाइडलाइन के अनुसार ऐसी सामग्री स्कूल में इस्तेमाल नहीं हो सकती। जांच कराई जा रही है और जो भी दोषी होगा उस पर कार्रवाई की जाएगी।
