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अब कांग्रेस के इस बड़े नेता के भाजपा में शामिल होने की अफवाह से चढ़ा राजनीतिक पारा, क्या है सच

Newsdesk Uttranews
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उत्तराखण्ड  चुनाव की अधिसूचना जारी होने में अभी कुछ माह का समय बांकी है लेकिन अभी से राज्य में राजनीतिक तापमान बढ़ा हुआ है। सत्तारूढ़ भाजपा इस समय फंटफुट पर बैटिंग कर रही है और दो विधायको को अपने पाले में लाने में कामयाब हुई है, इनमें से एक विधायक राजकुमार  कांग्रेस के टिकट पर पुरोला से विधायक चुने गये थे। जबकि राजकुमार के भाजपा में शामिल होने से कुछ दिन पूर्व ही यूकेडी से जुड़े रहे धनोल्टी से निर्दलीय विधायक प्रीतम सिंह पवार भाजपा में शामिल हो गये थे। 

बीते दिन से कांग्रेस के एक कददावर नेता और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय के भाजपा में जाने की अफवाह तेजी से सोशल मीडिया में चलती रही। इसके बाद से ही कांग्रेस के खेमे में खलबली मची हुई है। वही विधायक राजकुमार के भाजपा में शामिल होने के बाद पैदा हुए स्थिति के मद्देनजर कांग्रेस आलाकमान ने उत्तराखण्ड कांग्रेस के प्रमुख नेताओं को दिल्ली तलब किया है। 

इस बार जिस कांग्रेस नेता किशोर उपाध्याय के कांग्रेस में जाने की चर्चाएं चल रही है वह पूर्व में प्रदेश अध्यक्ष रह चुके है। बीते कल से ही उनके भाजपा में जाने की चर्चाए सोशल मीडिया में चलती रही। 

दरअसल भाजपा के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी और राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी के किये गये एक ट्वीट के बाद यह चर्चाएं तेज हुई, और इस ट्वीट ने सोमवार को उत्तराखंड में सियासी पारे को गर्म किये रखा। बलूनी ने ट्वीट किया था कि दिन के एक बजे भाजपा में एक प्रख्यात व्यक्तित्व शामिल हो रहे है। और संयोग से उत्तराखण्ड कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय दिल्ली में ही थे। जब उनसे इस बारे में पूछा गया तो किशोर उपाध्यक्ष ने इस तरह की किसी भी संभावना को सिरे से ही नकार दिया। बाद में जब दिन में पूर्व राष्ट्रपति ज्ञानी ज़ैल सिंह के पोते सरदार इंदरजीत सिंह ने भाजपा ज्वाइन की तो मामला कुछ साफ हुआ। हालांकि कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय को जब उनके मोबाइल पर फोन लगाया गया तो उनका नंबर नही लगा।  

दिल्ली में भाजपा के केंद्रीय कार्यालय में इंदरजीत सिंह को भाजपा महासचिव और पंजाब के प्रभारी डॉ. दुष्यंत गौतम और केन्द्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी की मौजूदगी में भाजपा की सदस्यता दी। भाजपा में शामिल होते ही पूर्व राष्ट्रपति के पोते ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि कांग्रेस ने उनके दादा का जानबूझ कर एक्सीडेंट करवाकर उनकी हत्या करवाई थी।