रविवार 4 मई को नीट यूजी 2025 की परीक्षा खत्म हो गई थी लेकिन इससे पहले भुवनेश्वर में पुलिस ने एक बड़ा रैकेट पकड़ लिया जो नीट उम्मीदवारों से धोखाधड़ी कर रहा था। शनिवार को पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार किया जो उम्मीदवारों को बड़े मेडिकल कॉलेजों में सीट दिलाने का झूठा वादा करते थे।
इनमें भुवनेश्वर के दो लोग और झारखंड और बिहार के एक-एक व्यक्ति शामिल थे। ये लोग उम्मीदवारों से मोटी रकम लेते थे और इसके बदले परीक्षा में डमी कैंडिडेट बैठाने का दावा करते थे। इनसे पुलिस ने 90 लाख रुपये के बैंक चेक और कुछ अन्य दस्तावेज बरामद किए हैं।
पुलिस कमिश्नर ने बताया कि इन जालसाजों ने निजी मेडिकल कॉलेजों में सीट दिलाने के नाम पर माता-पिता से भारी रिश्वत ली थी और कुछ मामलों में तो असली उम्मीदवार की जगह पर डमी कैंडिडेट बैठाने का काम किया था। आरोपियों का कहना था कि वे परीक्षा केंद्र पर अपनी पसंद के उम्मीदवार को भेजने का वादा करते थे।
इस पूरे मामले में पुलिस की जांच जारी है और यह पता किया जा रहा है कि कितने उम्मीदवार इस धोखाधड़ी का शिकार हुए हैं। कुछ खबरों के मुताबिक यह गिरोह इस फर्जीवाड़े को बहुत बड़े पैमाने पर चला रहा था और कुछ विदेशी परिवारों को भी इसमें फंसाने की कोशिश कर रहा था।
अच्छी बात यह है कि पुलिस ने इस धोखाधड़ी का पर्दाफाश कर दिया है लेकिन अगर किसी माता-पिता को इसमें शामिल पाया गया तो उन पर भी कार्रवाई की जाएगी।