नैनीताल जिले के रामनगर में पुलिस ने अपहरण के मामले का खुलासा कर दिया। घटना में शामिल आठ आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। साथ ही जिनके कब्जे से युवक को जबरन उठाया गया था, उसे सुरक्षित बरामद कर लिया गया। पुलिस अब आरोपियों के आपराधिक रिकॉर्ड की जांच कर रही है।
मामला छह नवंबर का है। जब हरियाणा के रहने वाले और इस समय रामनगर में रह रहे दीपक ने पुलिस को बताया कि उसके भाई राधा मोहन को कुछ लोग जबरन गाड़ी में डालकर ले गए हैं। जानकारी मिलते ही नैनीताल एसएसपी मंजूनाथ टीसी ने सभी पुलिस अधिकारियों को अलर्ट कर दिया। नाकेबंदी, बैरियर चेकिंग और संदिग्ध वाहनों की तलाशी के आदेश दिए गए।
हल्द्वानी पुलिस अधीक्षक मनोज कत्याल खुद मौके पर पहुंचे और पूरे इलाके में सर्च ऑपरेशन चलाया गया। जिले की सीमाओं पर तुरंत बैरियर लगाकर वाहनों की जांच शुरू की गई। पुलिस को जिस गाड़ी की तलाश थी, उसका नंबर एचआर 26 एफएच 9594 बताया गया।
कुछ ही देर बाद पुलिस टीम ने हल्दुआ चेकपोस्ट पर उस वाहन को पकड़ लिया। तलाशी के दौरान कार से अपहृत राधा मोहन को सकुशल निकाल लिया गया। वहीं गाड़ी में मौजूद सभी आठ लोगों को मौके से हिरासत में ले लिया गया। वाहन को भी सीज कर दिया गया।
दीपक ने पुलिस को बताया कि उसका भाई राधा मोहन रामनगर में रहकर पीजी कॉलेज से स्नातक की तैयारी कर रहा था। घटना वाले दिन सुबह साढ़े नौ बजे वह अपने भाई के साथ था। तभी राधा मोहन के परिचित मोहित और सोमवीर अपने छह साथियों के साथ वहां पहुंचे। उन्होंने राधा मोहन के साथ बहस शुरू कर दी और विरोध करने पर मारपीट की। इसके बाद जबरन उसे कार में डालकर ले गए।
घटना के तुरंत बाद दीपक ने पुलिस को डायल 112 पर कॉल किया। पुलिस ने एक्शन लिया और पूरे जिले में नाकेबंदी कर दी। सर्च अभियान शुरू हुआ और कुछ ही घंटों में पुलिस ने युवक को बरामद कर लिया और सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तार लोगों की पहचान हरियाणा के अलग अलग इलाकों से हुई है, जिनमें भिवानी, कैथल और चरखी दादरी के नाम शामिल हैं। पुलिस अब आरोपियों के पुराने मामलों की जांच कर रही है।
एसपी सिटी मनोज कत्याल ने कहा कि युवक के अपहरण की सूचना मिलते ही पूरे जिले में अलर्ट जारी किया गया। पुलिस ने तेजी से कार्रवाई करते हुए अपहृत युवक को सुरक्षित बरामद कर लिया और आरोपियों को कानून के हवाले कर दिया।
