मुख्यमंत्री उदीयमान खिलाड़ी उन्नयन योजना : हर जिले में 300 बच्चों को प्रतिमाह मिलेगी 15 सौ रुपए की छात्रवृत्ति

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मुख्यमंत्री उदीयमान खिलाड़ी उन्नयन योजना के तहत हर जिले में 150 बालकों और 150 बालिकाओं का होगा चयन

पिथौरागढ़। मुख्यमंत्री उदीयमान खिलाड़ी उन्नयन योजना के अन्तर्गत खेलों को प्रोत्साहन देने के लिए हर जिले में 300 बालक और बालिकाओं को प्रतिमाह अब 15 सौ रूपये की छात्रवृत्ति मिलेगी।

प्रभारी जिला क्रीड़ा अधिकारी पिथौरागढ़ प्रताप सिंह ने बताया कि  उत्तराखंड में उदीयमान खिलाड़ियों का खेल कौशल विकसित किये जाने, उनकी खेल उपलब्धियों को बढ़ावा दिये जाने तथा उन्हें खेलों से जुड़े रहने, अधिक मनोयोग से खेलों में प्रतिभाग करने और भविष्य के लिये खिलाड़ी तैयार किये जाने के मद्देनजर राज्य सरकार द्वारा मुख्यमंत्री उदीयमान खिलाड़ी उन्नयन योजना प्रारम्भ की गयी है।      
खेलों के प्रोत्साहन के लिये प्रत्येक जनपद से 08 वर्ष से 14 वर्ष के खिलाड़ी अर्थात् 08 से 09 वर्ष के 25-25 खिलाड़ी, 09 से 10 वर्ष के 25-25 खिलाड़ी, 10 से 11 वर्ष के 25-25 खिलाड़ी, 11 से 12 वर्ष के 25-25 खिलाड़ी, 12 से 13 वर्ष के 25-25 खिलाड़ी और 13 से 14 वर्ष के 25-25 खिलाड़ी कुल 150 बालक एवं 150 बालिकाओं को 1500 रुपए प्रतिमाह छात्रवृत्ति प्रदान की जायेगी।

प्रत्येक वर्ष राज्य में 3900 बालक व बालिकाओं को इसका लाभ मिलेगा। पिथौरागढ़ जनपद से इस योजना से 150 बालक एवं 150 बालिकाऐं लाभान्वित होंगी। खेल छात्रवृत्ति योजना के लिए ऐसे बालक एवं बालिकाऐं पात्र होंगे जिनकी आयु 08 से 14 वर्ष के मध्य होगी और जो उत्तराखंड के स्थायी निवासी होंगे। आयु की गणना वर्ष की 01 जुलाई से की जायेगी।
इस योजना के अन्तर्गत खिलाड़ियों को प्रतिवर्ष आवश्यक बैट्री टेस्ट एवं उसकी दक्षता के आधार पर प्रतिमाह 1500 रुपए छात्रवृत्ति प्रदान की जायेगी। यह छात्रवृत्ति एक वर्ष के लिये होगी। अगले वर्ष इस उम्र के बच्चों के दोबारा स्क्रीनिंग टेस्ट के बाद पुनः नयी मैरिट के आधार पर ही चयन किया जायेगा।

प्रत्येक जनपद से 08 से 09 वर्ष, 09 से 10 वर्ष, 10 से 11 वर्ष, 11 से 12 वर्ष, 12 से 13 वर्ष एवं 13 से 14 वर्ष तक की आयु वर्ग से हर आयु वर्ग से 25-25 बच्चों यानि प्रकार कुल 150 बालक एवं 150 बालिकाओं का चयन छात्रवृत्ति के लिये किया जायेगा।

सम्पूर्ण चयन प्रक्रिया के लिये जिला स्तर पर जिलाधिकारी की अध्यक्षता में गठित एक पर्यवेक्षण समिति के दिशा-निर्देशन पर न्याय पंचायत/नगर पंचायत, नगर निगम/नगर पालिका स्तरीय चयन समिति, विकास खण्ड स्तरीय चयन समितियॉ एवं जिला स्तरीय चयन समिति के माध्यम से प्रत्येक आयु वर्ग में शारीरिक दक्षता में स्ट्रैंथ, लचीलापन, कॉर्डिनेशन, फिजिकल व स्पोर्ट्स एप्टीट्यूट टेस्ट के अन्तर्गत 6 प्रतियोगिताऐं परीक्षण के लिए आयोजित की जायेगी। जिसमें मैरिट के आधार पर सर्वश्रेष्ठ अंक प्राप्त करने वाले कुल 150 बालक और 150 बालिकाओं की जिला स्तर पर अन्तिम सूची जारी गयी जायेगी, जो छात्रवृत्ति के लिये पात्र होंगे।

 चयन प्रक्रिया सम्पन्न होने के बाद जिला क्रीड़ा अधिकारी द्वारा चयनित बालक एवं बालिकाओं का 1 दिवसीय गहन अभिमुखीकरण कार्यशाला का आयोजन किया जायेगा, जिसमें उन्हें विभिन्न खेल गतिविधियों, पौष्टिक आहार, अनुशासन, प्रोत्साहित करने वाले प्रत्येक प्रकरणों से परिचित कराया जायेगा और उद्देश्य की जानकारी दी जायेगी। यह कार्यशाला वर्ष में 2 बार आयोजित की जायेगी।