Meesho आज अपना बहुचर्चित IPO लेकर आ रही है और मार्केट में इसकी चर्चा तेजी से बनी हुई है। Meesho इस IPO के जरिए 4 हजार 250 करोड़ रुपये की नई फंडिंग जुटाना चाहती है और साथ ही 1 हजार 171 करोड़ रुपये के OFS से पूंजी बढ़ाना चाहती है। यह पैसा कंपनी अपनी टेक्नोलॉजी और क्लाउड इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने में लगाएगी, ताकि आने वाले सालों में उसका प्लेटफॉर्म और तेज, और सुरक्षित, और भरोसेमंद बन सके।
IPO के बाद प्रमोटर्स की हिस्सेदारी 18.5 प्रतिशत से घटकर 16.3 प्रतिशत पर आ जाएगी, क्योंकि नई फंडिंग से कंपनी का कुल शेयर बेस बढ़ जाएगा। मार्केट एक्सपर्ट्स का मानना है कि यह सामान्य प्रक्रिया है और अक्सर विस्तार के दौरान ऐसा होता है।
Meesho की कमाई का मुख्य स्रोत सेलर एड्स हैं। सेलर्स अपने प्रोडक्ट को ज्यादा लोगों तक पहुंचाने के लिए पैसे देकर प्रमोशन करवाते हैं। इसके अलावा ऑर्डर फुलफिलमेंट और डेटा इनसाइट्स से भी कंपनी कमाई करती है। कंपनी की नई लॉजिस्टिक्स सर्विस Valmo हर ऑर्डर पर शिपिंग फीस लेकर अच्छा मार्जिन देती है।
यूजर संख्या तेजी से बढ़ रही है। Meesho के यूजर्स अब 234 मिलियन तक पहुंच गए हैं, जो किसी भी ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म के लिए बड़ी बात है। हालांकि कंपनी अभी EBITDA लेवल पर घाटे में है। FY25 में नेट लॉस बढ़ा, लेकिन सितंबर 2025 तक लॉस में कमी आई है। यही वजह है कि निवेशक IPO के बाद कंपनी की स्थिरता पर नजर रखेंगे।
Meesho अभी प्रॉफिट नहीं कमा रही है, इसलिए P/E रेश्यो लागू नहीं होता है। FY25 की कमाई के हिसाब से इसका Price-to-Sales रेश्यो 6 है। भारत में इसका सीधा लिस्टेड कॉम्पिटिटर नहीं है, लेकिन दूसरी ई-कॉमर्स कंपनियों का P/S 2 से 14 के बीच मिलता है।
