गाजियाबाद। बुजुर्ग तांत्रिक की दाढ़ी काटने की घटना के वीडियो को सोशल मीडिया पर लोनी के उम्मेद पहलवान इदरीसी ने डाला था। वह खुद को सपा का नेता बताता है। पुलिस ने उसके खिलाफ केस दर्ज कर उसकी तलाश शुरू कर दी है। उसके फेसबुक पर डाले गए वीडियो से ही मामला तूल पकड़ा था। इसके बाद यह वीडियो ट्विटर पर ट्रेंड कर गया था।
एसपी देहात डॉ. ईरज राजा ने बताया कि लोनी के इंदिरापुरी लक्ष्मी गार्डन का निवासी उम्मेद और तांत्रिक समद पहले से एक-दूसरे को जानते हैं। उम्मेद ने समद से बात करते हुए वीडियो बनाया और इसे फेसबुक पर लाइव किया। इस दौरान उम्मेद ने ही भड़काऊ बातें कहीं थीं। उसकी तलाश की जा रही है। उसके साथ और भी लोग साजिश में शामिल हो सकते हैं। उन्हें भी आरोपी बनाया जाएगा। उसने वीडियो को ज्यादा से ज्यादा शेयर करने की अपील की थी। उसने बुजुर्ग के साथ हुई घटना को गम और परेशानी का मुद्दा बताते हुए भावनात्मक रूप से लोगों को गुमराह करने की कोशिश की।
एसपी ने बताया कि लोनी बॉर्डर थाना में उम्मेद के खिलाफ धार्मिक भावना भड़काने, संप्रदायों के खिलाफ नफरत पैदा करने व आईटी एक्ट के तहत केस दर्ज किया है। यह वीडियो 7 जून की सुबह 10.32 बजे फेसबुक पर लाइव आया था। यह वीडियो 14 जून को वायरल हुआ। उसी दिन घटना की वीडियो वायरल हुआ था। इसे घटना के दौरान आरोपियों ने ही बनाया था। यह 30 मिनट 18 सेकेंड का है। मूल वीडियो में छेड़खानी की गई। इसके बाद यह ट्विटर पर ट्रेंड हुआ।
माहौल बिगाड़ने की साजिश के पीछे अपना नाम आने के बाद उम्मेद पहलवान ने फेसबुक पर एक और पोस्ट डाली। उसमें उसने कहा कि उसे दोबारा फेसबुक लाइव पर आना पड़ रहा है। इधर पुलिस घटना का मास्टरमाइंड बताकर उसके खिलाफ केस दर्ज कर रहा थी और उधर उम्मेद फेसबुक लाइव पर लोगों को संबोधित करता रहा।
उम्मेद ने फेसबुक पर खुद को सपा का नेता लिखा है। इस बारे में उससे पूछे जाने पर उसने कहा कि उसका सपा से कोई लेना-देना नहीं है। वह मजहब का काम कर रहा है। इस समय पर किसी दल के साथ नहीं है। कुछ लोग उसे सपा का नेता बताकर पार्टी को बदनाम कर रहे हैं।
दाढ़ी काटे जाने के मामले में पीड़ित अब्दुल समद ने पुलिस की कहानी को गलत बताया है। उनका कहना है कि इस मामले में ताबीता कोई लेना देना नहीं है। समद ने कहा कि न ही हम इस मामले पर राजनीति करना चाहते हैं। समद ने यह भी कहा कि वे मुख्य आरोपी प्रवेश को नहीं जानते।

