एक प्रतिष्ठित दंपती ने हाल ही में अपने घर में फांसी लगाकर जान दे दी, जिससे आसपास के इलाके में सनसनी फैल गई। शुरुआती जानकारी के अनुसार परिवार लंबे समय से आर्थिक संकट में था और बैंक तथा निजी लेनदारों से लिए गए लाखों रुपये के कर्ज ने उनकी स्थिति और बिगाड़ दी थी।
दंपती ने कई महीनों तक बढ़ते तनाव और लगातार लगती कर्ज की मांगों का सामना किया। बैंक की तरफ से कुर्की की प्रक्रिया शुरू होने के साथ ही मानसिक दबाव और सामाजिक शर्मिंदगी ने उन्हें भारी मनोवैज्ञानिक संकट में डाल दिया। पड़ोसियों का कहना है कि दंपती ने अपने घर में कई असामान्य कदम उठाए, जैसे कि चार दिन पहले घर के पंखे उतरवाना, जो अब उनकी आत्महत्या की तैयारी के संकेत के रूप में देखा जा रहा है।
जानकारी के अनुसार दंपती का बेटा अलग शहर में रहता था और उन्हें घटना से कुछ दिन पहले घर बुलाया गया था। परिवार का मकान और दुकान दोनों प्राइवेट बैंक से लिए गए कर्ज के कारण गिरवी थे। रिश्तेदारों ने दुकान का कर्ज उतार दिया था, लेकिन मकान पर बकाया अब भी था। स्थानीय लोगों के मुताबिक, कुछ कर्जदार घर पर दबाव डालने भी आए, जिससे आर्थिक और मानसिक तनाव लगातार बढ़ता गया।
दंपती की अंतिम यात्रा में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए, यह दर्शाता है कि परिवार की समाज में अच्छी पहचान थी। लेकिन आर्थिक संकट और सामाजिक दबाव ने उन्हें ऐसा कदम उठाने पर मजबूर कर दिया। पुलिस अब कर्ज और लेनदारों से जुड़े सभी दस्तावेज और कॉल रिकॉर्ड की जांच कर रही है ताकि पूरी घटना के पीछे की सच्चाई सामने आ सके।
