भारतीय फुटबॉल टीम की कमान अब खालिद जमील के हाथ में गई है। एआईएफएफ ने शुक्रवार को उन्हें हेड कोच बनाने का ऐलान किया है। ये फैसला 13 साल बाद आया है जब किसी भारतीय को फिर से नेशनल टीम की जिम्मेदारी मिली है।
खालिद जमील इससे पहले 2017 में आइजॉल एफसी को आई लीग चैंपियन बना चुके हैं। वो अभी इंडियन सुपर लीग की जमशेदपुर एफसी टीम के मैनेजर थे। एआईएफएफ की कार्यकारिणी समिति ने उन्हें दो और उम्मीदवारों के बीच से चुना। उन नामों में भारत के पूर्व कोच स्टीफन कॉन्स्टेंटाइन और स्लोवाकिया की टीम के पूर्व कोच स्टीफन टारकोविक शामिल थे।
तकनीकी समिति की अगुवाई कर रहे आई एम विजयन की सिफारिश पर तीन नाम तय हुए थे। इसके बाद फाइनल मुहर कार्यकारिणी ने लगाई। खालिद अब मनोलो मार्केज की जगह लेंगे जिन्होंने बीते दिनों टीम से नाता तोड़ लिया था।
इससे पहले किसी भारतीय नेशनल टीम के कोच की भूमिका में 2012 में आखिरी बार काम किया था। वो नाम सावियो मेडेइरा का था। खालिद अब जिस टूर्नामेंट में पहली बार बतौर हेड कोच उतरेंगे वो सीएएफए नेशंस कप है। यह मुकाबला 29 अगस्त से ताजिकिस्तान और उज्बेकिस्तान में होना है।
