चकराता के कंदाड़ गांव में अब महिलाएं सार्वजनिक आयोजनों में पहन पाएंगी केवल तीन गहने

चकराता ब्लॉक के कंदाड़ गांव में ग्रामीणों ने बैठक की और सर्वसम्मति से निर्णय लिया कि गांव की महिलाएं अब शादी समेत अन्य सार्वजनिक आयोजनों…

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चकराता ब्लॉक के कंदाड़ गांव में ग्रामीणों ने बैठक की और सर्वसम्मति से निर्णय लिया कि गांव की महिलाएं अब शादी समेत अन्य सार्वजनिक आयोजनों में केवल सोने के तीन आभूषण कान के झुमके, गले का मंगलसूत्र और नाक की लौंग ही पहनेंगी।

और जो इस नियम को नहीं मानेगा उसे पर 50000 का अर्थ दंड भी लगाया जाएगा। शुक्रवार को गांव में ग्रामीणों के बैठक हुई जिसमें ग्राम स्याणा मुन्ना सिंह रावत ने कहा कि इस निर्णय का उद्देश्य समाज में दिखावे की प्रवृत्ति को रोकना है और आर्थिक असमानता की भावना को दूर करना है।

ग्रामीणों का तर्क है कि कुछ महिलाएं कार्यक्रमों में भारी स्वर्णाभूषण पहनकर आती हैं, जिससे आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों में हीन भावना उत्पन्न होती है।


इसी कारण से गांव में एक सामूहिक बैठक बुलाई गई और सभी की सहमति से यह फैसला लिया गया। कंदाड़ गांव की करीब 700 की आबादी है। बैठक में सरण सिंह टीकम सिंह, गजेन्द्र सिंह, अर्जुन सिंह, भगत सिह, रणवीर, अमित, शूरवीर सिंह, अनिल सिंह चौहान, जीत सिंह, भगत सिंह रावत आदि शामिल रहे।

हालांकि, कुछ लोग इस निर्णय को समाज सुधार और समानता की दिशा में उठाया गया बेहतर कदम बता रहे हैं तो कुछ लोग इसे महिलाओं की अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर प्रतिबंध मान रहे हैं। हालांकि, अभी तक इस निर्णय के सार्वजनिक विरोध की बात सामने नहीं आई है।