इन दिनों लोग फास्ट फूड को खूब पसंद कर रहें है। घर के खाने के बजाय कभी घर पर ही फास्ट फूड ऑर्डर कर लेते है या फिर बाजार में जाकर फास्ट फूड का सेवन करते है। बच्चो से लेकर बड़ों तक के लिए यह फास्ट फूड उनकी पहली पसंद बन गया है। फास्ट फूड की जो भी अधिकतर चीजें होती हैं वह सब मैदे की बनी होती हैं जो कि सीधा असर हमारी सेहत पर करती हैं।
फास्ट फूड में लोगों के लिए पहली पसंद मोमोज है। मोमोज खाने के लिए रेस्टोरेंट में लोगों की भारी भीड़ लगी रहती है। लोगो को यह तक पता है की इससे हमें नुकसान है लेकिन फिर भी लोग इसका सेवन जानबूझकर कर रहें हैं। रांची रिम्स के न्यूरो व स्पाइन सर्जन डॉ. विकास कुमार ने ने एक मीडिया रिपोर्टस में बताया कि मोमोज आपकी जिंदगी को अंदर से खोखला बना रहा हैं।
उन्होंने बताया की यह आंतों के लिए घातक है, बता दें कि मोमो मैदे से बनाए जाते है वह गेहूं का ही एक उत्पाद होता है लेकिन इसमें प्रोटीन व फाइबर निकाल लिया जाता है। और बाद में यह सिर्फ मृत starch ही रह जाता है। यह मैदा हड्डियों को सोख लेता है और डाइजेस्ट ना होने पर आतों में भी चिपक जाता है। जो आतों को ब्लॉक कर देता है।
मोमोज बनाने के लिए जिस प्रकार के मैदे का प्रयोग होता है उसे केमिकल से चमकाया जाता है।चमकाने वाले इस केमिकल को बेंजोयल पराक्साइड कहते है। यह वही रासायनिक ब्लीचर है, जिससे चेहरे की सफाई करते है और यही ब्लीच शरीर में जाकर किडनी और और पेनक्रियाज के लिए नुकसानदेयक होती है।
वजन बढ़ने एक प्रमुख कारणों में मैदा भी शामिल है। कुछ मोमोज बनाने वाले लोग इसके स्वाद को बढ़ाने के लिए केमिकल का यूज करते है। जिसमें रासायनिक केमिकल मोमो की खुशबू बढ़ाने का भी काम करता है। जिससे मोटापा बढ़ना, ब्रेन की समस्या भी हो सकती है। चेस्ट पेन,हार्ट रेट और बीपी बढ़ने जैसी अन्य समस्याएं भी हो सकती हैं।
इन्फेक्शन का खतरा : बता दें को मोमो बच्चों में नया खून बनने की प्रक्रिया को कम कर सकते है। साथ ही कई जगह नॉन वेज मोमो भी बनाए जाते है। जिसमें अधिकतर जनावरो के रेड मीट को मिलाया जाता है। या फिर ज्यादा समय तक रखे रहने से भी नुकसानदेह होता है जिससे आपको इन्फेक्शन हो सकता है।