अल्मोड़ा। राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय धनियान में कार्यरत शिक्षक डा. हेमचन्द्र जोशी को संस्कृत व्याकरण में पीएचडी की उपाधि मिली है। एचआरडी मंत्री डा.रमेश पोखरियाल निशंक ने उन्हें पीएचडी की उपाधि देकर सम्मानित देकर सम्मानित किया। मानव संशाधन विकास मंत्रालय के अधीन राष्ट्रीय संस्कृत संस्थान का यह छटा दीक्षांत समारोह नई दिल्ली में सिटी फोर्ट स्टेडियम में आयोजित किया गया। डा. हेम चन्द्र जोशी ने प्रो. ब्रज भूषण ओझा के निर्देशन में स्वीकृत व्याकरण में व्याकरण सहज का समीक्षात्मक अध्ययन नामक विषय पर अपना शोध कार्य सपन्न किया है। सहज बोध संस्कृत व्याकरण के मुख्य ग्रंथ पाणिनि अष्ठाध्यायी टीक ग्रंथ है। जो वर्तमान संदर्भ में संस्कृत व्याकरण की क्लिष्ठता को दूर करता है। सहज बोध महामहोपाध्याय प्रो. पुष्पा दीक्षित द्वारा विचरित अष्ठाध्यायी का प्रसिद्ध टीका ग्रंथ है। डा. जोशी ने बताया कि उनका यह शोध प्रबंध व्याकरण पढ़ने वाले छात्रों के लिए हितकारी सिद्ध होगा। मालूम हो कि डा. हेमचन्द्र जोशी कई राष्ट्रीय और अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलनों में अपना शोध पत्र पढ़ चुके हैं। उनकी इस उपलब्धि पर समस्त शिक्षकों ने हर्ष जताते हुए उन्हें बधाई दी है।