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स्वास्थ्य विभाग पर हाईकोर्ट के आदेश को नहीं मानने का आरोप

Newsdesk Uttranews
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अल्मोड़ा। हाईकोर्ट में डायलेसिस की सुविधा फिलहाल शुरू होती नजर नहीं आ रही है। गौरतलब है कि अल्मोड़ा के एनटीडी निवासी नवाज खान ने किडनी की गंभीर बीमारी से जूझ रहे मरीजो के लिए अल्मोड़ा में ही डायलिसिस सुविधा देने के लिए नैनीताल उच्च न्यायालय में एक याचिका दायर की थी। इस याचिका पर नैनीताल हाईकोर्ट ने 21 फ़रवरी को फैसला सुनाते हुए स्वास्थ्य विभाग को 7 माह के भीतर बेस अस्पताल में डायलिसिस सुविधा देने के आदेश दिए थे। याचिकाकर्ता नवाज खान ने आज शिखर होटल में प्रेस वार्ता में आरोप लगाया कि सरकार इस मसले पर गंभीर नही है।

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 नवाज खान ने सरकार पर हीला हवाली का आरोप लगाते हुए सरकार के नुमाइंदों पर हाईकोर्ट के निर्णय की अवमानना का आरोप लगाते हुए हाइकोर्ट में अवमानना याचिका दायर करने की चेतावनी दी है। प्रेस वार्ता में उनके साथ छात्र नेता गौरव जायसवाल भी मौजूद रहे।

क्या है मामला

अल्मोड़ा। अल्मोड़ा, बागेश्वर, पिथौरागढ़ और चंपावत में स्वास्थ्य सेवाए पटरी से उतर चुकी है।अगर किडनी के मरीजो की बात करे तो इन चार जिलो के 100 के आसपास मरीज हल्द्वानी,बरेली जैसे शहरो में डायलिसिस करवा रहे है। अल्मोड़ा के एनटीडी निवासी नवाज खान ने अल्मोड़ा में डाइलिसिस सुविधा शुरू करने के लिए हाईकोर्ट में  याचिका दायर की थी और हाईकोर्ट ने 21 फरवरी को फैसला सुनाते हुए 7 माह के भीतर अल्मोड़ा के बेस अस्पताल में डाइलिसिस सुविधा शुरू कराने के आदेश दिए थे।

इलाज के बगैर कई इस दुनिया से चल बसे

 अल्मोड़ा। अल्मोड़ा जिले की बात करे तो इलाज के अभाव में अल्मोड़ा जिले के नंदकिशोर,शकील अहमद,रानीखेत की रुबीना डाइलिसिस सुविधा के अभाव में दम तोड़ चुके है। एनटीडी के सुरेंद्र सिंह राणा हल्द्वानी में डाइलिसिस करवा रहे है और आर्थिक रूप से इतने कमजोर हो चुके है कि उनका काम धंधा सब चौपट हो चूका है।