बढ़ती व्यस्त जीवनशैली और गलत खान-पान की आदतों की वजह से आजकल ज्यादा लोग हाई ब्लड प्रेशर की समस्या से जूझ रहे हैं। इसे अक्सर ‘साइलेंट किलर’ कहा जाता है क्योंकि शुरुआती दौर में इसके कोई स्पष्ट लक्षण दिखाई नहीं देते। हाई बीपी न सिर्फ हृदय और मस्तिष्क को प्रभावित कर सकता है बल्कि गुर्दे और आंखों को भी नुकसान पहुंचा सकता है। इससे दिल का दौरा और स्ट्रोक जैसी गंभीर जटिलताएं भी हो सकती हैं।
डॉक्टर बीपी मरीजों को ब्लड प्रेशर नियंत्रित रखने के लिए अपनी डाइट और दिनचर्या पर खास ध्यान देने की सलाह देते हैं। अमेरिकन कॉलेज ऑफ कार्डियोलॉजी में प्रकाशित एक स्टडी के अनुसार दोपहर में ली गई छोटी झपकी सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होती है। यह ना सिर्फ एनर्जी बढ़ाती है बल्कि मूड सुधारने में भी मदद करती है और ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखती है।
विशेषज्ञों के अनुसार दिन में 20-30 मिनट की झपकी लेने से ब्लड प्रेशर लगभग 5mmHg तक कम हो सकता है, जो दवाओं के प्रभाव के बराबर माना जाता है। साथ ही यह कार्डियोवैस्कुलर स्वास्थ्य में सुधार करती है और हार्ट अटैक का जोखिम करीब 10 फीसदी तक कम कर सकती है। झपकी तनाव को घटाती है क्योंकि इससे तनाव हार्मोन कोर्टिसोल का स्तर कम होता है और रक्तचाप स्थिर रहता है।
इसके अलावा दिन में झपकी लेने से शरीर को आराम मिलता है, रक्त संचार बेहतर होता है और थकान भी कम होती है। बीपी मरीजों को सलाह दी जाती है कि रोज एक ही समय पर सिर्फ 20-30 मिनट की ‘पावर नैप’ लें। बहुत लंबी झपकी (1-2 घंटे या उससे ज्यादा) नींद के चक्र को प्रभावित कर सकती है और रक्तचाप बढ़ा सकती है। इसलिए हाई या लो बीपी वाले मरीज झपकी लेने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
