देहरादून। उत्तराखंड में इस बार मानसून ने चारधाम यात्रा को पूरी तरह प्रभावित कर दिया है। बरसात शुरू होने के बाद से ही यात्रा की रफ्तार थम सी गई थी और बीच में आई आपदा ने स्थिति और भी गंभीर बना दी। नतीजा यह हुआ कि यात्रा पूरी तरह बाधित हो गई और फिलहाल सरकार ने चारधाम यात्रा का पंजीकरण रोक दिया है। आगे यात्रा कब शुरू होगी इसका फैसला मौसम के हालात देखकर ही किया जाएगा।
हर साल मानसून के दौरान पंद्रह जून से पंद्रह सितंबर तक यात्रा धीमी रहती है लेकिन श्रद्धालुओं की आवाजाही बनी रहती है। पिछले सालों के आंकड़े बताते हैं कि रोजाना करीब दस हजार लोग बरसात के दिनों में भी दर्शन करने आते रहे हैं। इस बार हालात अलग रहे। अगस्त के पहले हफ्ते में उत्तरकाशी में आई आपदा और उसके बाद लगातार कई इलाकों में आपदा ने लोगों का आना जाना लगभग रोक दिया। भारी बारिश से चारधाम जाने वाले रास्तों को भी गहरा नुकसान हुआ।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों को आदेश दिए कि यात्रा के अगले चरण की शुरुआत से पहले सड़कें और व्यवस्थाएं पूरी तरह दुरुस्त की जाएं। लगातार बारिश और मौसम की मार को देखते हुए सरकार ने पांच सितंबर तक यात्रा रोकने का निर्णय लिया है। न केवल यात्रा पर रोक लगी है बल्कि पंजीकरण भी बंद कर दिया गया है। साफ है कि जब मौसम सुधरेगा तभी यात्रा को फिर से खोला जाएगा।
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक इस साल तीस अप्रैल से शुरू हुई यात्रा में अब तक 42 लाख 82 हजार 263 श्रद्धालु चारधाम और हेमकुंड साहिब के दर्शन कर चुके हैं। इसमें बदरीनाथ में बारह लाख 91 हजार 959 केदारनाथ में चौदह लाख 75 हजार 400 गंगोत्री में छह लाख 69 हजार 214 यमुनोत्री में पांच लाख 86 हजार 504 और हेमकुंड साहिब में दो लाख 51 हजार 72 श्रद्धालु शामिल हैं। यात्रा के दौरान अब तक खराब सेहत की वजह से 155 श्रद्धालुओं की मौत हुई जबकि अन्य कारणों से 15 लोगों की जान गई।
पर्यटन सचिव धीरज सिंह गर्ब्याल ने कहा कि मौसम विभाग ने भारी बारिश को लेकर अलर्ट जारी किया है। इसी कारण यात्रा को रोका गया है और हरिद्वार ऋषिकेश समेत अन्य स्थानों पर पंजीकरण केंद्र पांच सितंबर तक बंद रहेंगे। इसके बाद हालात को देखकर ही अगला निर्णय लिया जाएगा।
मौसम विज्ञान केंद्र ने तीन सितंबर से छह सितंबर तक पूरे प्रदेश में भारी बारिश का अनुमान जताया है और येलो अलर्ट जारी किया है। तीन सितंबर को उत्तरकाशी रुद्रप्रयाग चमोली बागेश्वर पिथौरागढ़ नैनीताल और चम्पावत में कहीं कहीं भारी बारिश का अंदेशा है। चार सितंबर को बागेश्वर और पिथौरागढ़ जिले में तेज बारिश हो सकती है। पांच सितंबर को बागेश्वर और नैनीताल में जबकि छह सितंबर को देहरादून बागेश्वर और नैनीताल में भारी बारिश की आशंका है।
