आजकल के युवा बाजार से मिलने वाली एनर्जी ड्रिंक्स को ज्यादा पसंद करने लगे हैं। वो घर में बने जूस या शरबत की जगह ये ड्रिंक्स लेना ज्यादा अच्छा समझते हैं। ये ड्रिंक्स महंगे होते हैं लेकिन इनके पीछे लगा रहता है कि ये तुरंत एनर्जी देंगे। लेकिन सच यह है कि ये सेहत के लिए नुकसानदायक होते हैं। इनसे वजन बढ़ने की समस्या हो सकती है। साथ ही कुछ गंभीर बीमारियां भी हो सकती हैं। मार्केट में बहुत तरह की एनर्जी ड्रिंक्स मिलती हैं जिनमें शुगर की मात्रा काफी ज्यादा होती है। ये शरीर को तात्कालिक तौर पर एक्टिव तो कर देते हैं लेकिन लंबे वक्त में नुकसान पहुंचाते हैं। हाल ही में एक रिसर्च में यह बात सामने आई है कि इन ड्रिंक्स में मौजूद टॉरिन नाम का तत्व ब्लड कैंसर का खतरा बढ़ा सकता है।
टॉरिन एक तरह का अमीनो एसिड है जो शरीर में खुद भी बनता है और मांस मछली में भी पाया जाता है। खास बात यह है कि जो एनर्जी ड्रिंक्स युवाओं में बहुत लोकप्रिय हैं उनमें भी यही टॉरिन मिलाया जाता है। रिसर्च में यह दावा किया गया है कि ड्रिंक्स पीने से शरीर में टॉरिन की मात्रा बढ़ जाती है। वैज्ञानिकों ने चूहों पर अध्ययन किया जहां उन्हें कैंसर से जुड़ी कोशिकाएं दी गईं और उन्होंने पाया कि शरीर में टॉरिन तेजी से इन कैंसर कोशिकाओं तक पहुंचता है जिससे ब्लड कैंसर का खतरा और बढ़ जाता है। शोधकर्ताओं का मानना है कि खासकर ल्यूकीमिया जैसे मरीजों के लिए ये ड्रिंक्स नुकसानदायक हो सकती हैं। इसलिए इनका सेवन सोच समझकर ही करना चाहिए। बेहतर होगा कि लोग घर पर बने ताजे और हेल्दी ड्रिंक्स जैसे केला मिल्कशेक अनार का जूस नारियल पानी और चिया सीड्स वाले जूस को अपनाएं क्योंकि ये नेचर से मिलते हैं और सेहत को नुकसान नहीं पहुंचाते। बाजार के एनर्जी ड्रिंक्स से दूर रहना ही ठीक रहेगा।