हरियाणा की एक लड़की को पुलिस ने जिस हाल में आरोपी के कब्जे से छुड़ाया उसके बाद उसने जो कुछ बताया वो सुनकर हर कोई हैरान रह गया। लड़की ने साफ कहा कि उसे जबरदस्ती बंधक बनाकर रखा गया था और उसके मर्जी के खिलाफ निकाह कराया गया। कोई दस्तावेज भी नहीं दिया गया जिससे वो साबित कर सके कि निकाह कानूनी तरीके से हुआ। आरोप है कि अब्दुल रहमान नाम का शख्स राजस्थान से काजी को बुलाकर निकाह कराता था। पुलिस को काजी के बारे में जानकारी मिल गई है और टीम को राजस्थान भेजा गया है। लड़की का मेडिकल करवाया गया है और पुलिस के साथ कोर्ट में बयान भी दर्ज हो चुके हैं। इसके बाद उसे उसके घरवालों को सौंप दिया जाएगा।
पुलिस को शक है कि अवैध धर्मांतरण कराने वाले इस गिरोह के तार सिर्फ देश के अलग अलग राज्यों से ही नहीं बल्कि विदेशों तक जुड़े हो सकते हैं। इस बात को देखते हुए अब राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने भी मामले की पड़ताल शुरू कर दी है। सोमवार रात को एनआईए की टीम आगरा पहुंची और कई घंटों तक पूछताछ की। वहीं दिल्ली से पकड़ा गया अब्दुल रहमान उर्फ महेंद्र पाल को मंगलवार को अदालत में पेश किया गया। कोर्ट ने उसे दस दिन की रिमांड पर भेज दिया है जिससे पुलिस उससे गहराई से पूछताछ कर सके।
पुलिस ने चार दिन पहले कोलकाता से दो बहनों को बरामद किया था जो सदर इलाके से गायब थीं। इस दौरान दस लोगों को भी पकड़ा गया और धर्मांतरण कराने वाले पूरे गिरोह का पर्दाफाश हुआ। दोनों लड़कियों का पहले धर्म बदला जाना था और फिर उनकी शादी कराई जानी थी। इसके लिए दस्तावेज भी तैयार हो चुके थे। पूछताछ में आयशा नाम की महिला जो गोवा की रहने वाली है उसने बताया कि दिल्ली के मुस्तफाबाद इलाके में रहने वाला अब्दुल रहमान इन कामों के लिए पैसे देता था। इसी के बाद उसे गिरफ्तार किया गया।
पुलिस कमिश्नर दीपक कुमार ने बताया कि अब्दुल रहमान को आगरा लाकर पूछताछ की गई जिसमें उसने कई जरूरी बातें बताईं। उसके घर से हरियाणा की एक और लड़की को छुड़ाया गया जो पिछले साल नवंबर से लापता थी। इस मामले में हरियाणा के सांपला थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट भी दर्ज है। परिवारवाले लगातार उसे ढूंढ रहे थे। पुलिस ने उसके घरवालों को सूचित कर दिया है। मंगलवार को अब्दुल रहमान को कोर्ट में पेश किया गया जहां उसे दस दिन की पुलिस रिमांड में भेज दिया गया।
अब्दुल रहमान को इस पूरे नेटवर्क का मास्टरमाइंड माना जा रहा है। वह धर्म बदलवाने वालों को पैसे देता था। उसके संपर्क में कनाडा का एक शख्स सैय्यद दाऊद भी हो सकता है जिसके खिलाफ भी गैरजमानती वारंट जारी किए गए हैं। अब्दुल रहमान फिरोजाबाद के रजावली रामगढ़ गांव का रहने वाला है और पहले उसका नाम महेंद्र पाल जादौन था। उसने साल 1990 में धर्म बदल लिया और फिर दिल्ली जाकर बस गया।
उसके घर से कई किताबें भी बरामद हुई हैं जो धर्म परिवर्तन से जुड़ी हुई हैं। इनसे यह भी पता चला है कि उसका संपर्क कलीम सिद्दीकी से भी हो सकता है जो इस समय जेल में उम्रकैद की सजा काट रहा है। एनआईए की टीम भी पूरे मामले की गहराई से जांच कर रही है। टीम ने आगरा में पहुंचकर पूछताछ शुरू कर दी है और अब्दुल रहमान समेत बाकी आरोपियों के बैंक खाते और कॉल डिटेल्स खंगाले जा रहे हैं ताकि यह पता चल सके कि इनके संपर्क में और कौन कौन लोग थे।
