सीएम धामी बोले-उत्तराखण्ड सरकार के तीन साल पूरे होने पर प्रदेश भर में होंगे भव्य कार्यक्रम

देहरादून, 19 मार्च, 2025 उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने वर्तमान सरकार के तीन साल पूरे होने के उपलक्ष्य में दिल्ली से वर्चुअल बैठक…

Grand Celebrations Across the State on Completion of Three Years of uttarakhand Government

देहरादून, 19 मार्च, 2025

उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने वर्तमान सरकार के तीन साल पूरे होने के उपलक्ष्य में दिल्ली से वर्चुअल बैठक के दौरान अधिकारियों को निर्देश दिए कि 22 से 25 मार्च तक प्रदेशभर में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि इन आयोजनों में जनता की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए प्रभावी पहल की जाए। उन्होंने 23 मार्च को सेवा दिवस के रूप में मनाने के निर्देश दिए और कहा कि विकासखण्ड स्तर तक बहुद्देशीय शिविरों का आयोजन किया जाए, जिसमें जरूरतमंदों को स्वास्थ्य से जुड़ी सुविधाएं और सरकार की योजनाओं का लाभ दिया जाए।

◆ सेवा दिवस पर स्वास्थ्य शिविर और जनप्रतिनिधियों की भागीदारी🚑
मुख्यमंत्री ने कहा कि सेवा दिवस के अवसर पर स्वास्थ्य शिविर लगाए जाएं और जरूरतमंद लोगों को स्वास्थ्य से जुड़े उपकरण उपलब्ध कराए जाएं। सरकार की विभिन्न योजनाओं से लाभान्वित करने के लिए जनप्रतिनिधियों को भी इस अभियान में शामिल किया जाए। इससे आम जनता का सीधा जुड़ाव होगा और सरकारी योजनाओं की पहुंच बढ़ेगी।

◆ समाज के हर वर्ग को जोड़ने के निर्देश📢
मुख्यमंत्री ने कहा कि वह भले ही दिल्ली प्रवास पर हैं, लेकिन उनका मन हर पल राज्य के विकास के लिए समर्पित है। उन्होंने कहा कि तीन साल पूरे होने के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रमों में समाज के हर वर्ग और हर क्षेत्र के लोगों को जोड़ा जाए। विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य करने वालों की सफलता की कहानियां आम लोगों तक पहुंचाई जाएं ताकि लोगों को प्रेरणा मिल सके।

◆ सरकार की ऐतिहासिक उपलब्धियां📈
मुख्यमंत्री ने कहा कि इन तीन वर्षों के कार्यकाल में राज्य की जनभावनाओं के अनुरूप कई महत्वपूर्ण विकास कार्य किए गए हैं।
✔️ समान नागरिक संहिता लागू करने वाला उत्तराखंड पहला राज्य बना है।
✔️ सख्त नकल विरोधी कानून लागू किया गया, जिससे राज्य को राष्ट्रीय स्तर पर अलग पहचान मिली।
✔️ राज्य की अर्थव्यवस्था को मजबूती देने के लिए पहली बार राज्य का बजट 01 लाख करोड़ के पार पहुंचा।

◆ प्राकृतिक जल स्रोतों के संरक्षण पर जोर💧
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि राज्य के प्राकृतिक जल स्रोतों के संरक्षण और चाल-खाल, कुओं, गाड-गदेरों के पुनर्जीवन के लिए जमीनी स्तर पर प्रयास किए जाएं। साथ ही, गर्मी के मौसम को ध्यान में रखते हुए प्रदेशभर में पेयजल की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए गए।

◆ बैठक में ये अधिकारी रहे मौजूद👥
इस बैठक में मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी, अपर मुख्य सचिव श्री आनन्द बर्द्धन, प्रमुख सचिव न्याय श्री प्रदीप पंत, प्रमुख सचिव श्री एल.फैनई, श्री आर.मीनाक्षी सुंदरम, डीजीपी श्री दीपम सेठ, सचिवगण, सभी विभागों के विभागाध्यक्ष और वर्चुअल माध्यम से राज्य आपदा प्रबंधन के उपाध्यक्ष श्री विनय रोहिला, प्रमुख सचिव श्री आर.के सुधांशु, आर.सी श्री अजय मिश्रा एवं सभी जिलाधिकारी मौजूद रहे।