भारतीय बाजार में सोने की कीमतें लगातार नीचे आ रही हैं। कुछ ही हफ्तों पहले सोना 1 लाख रुपए प्रति 10 ग्राम के रिकॉर्ड स्तर पर था, जो अब लगभग ₹92,000 प्रति 10 ग्राम तक गिर चुका है। यह गिरावट सिर्फ देश में ही नहीं बल्कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी देखी जा रही है। अप्रैल 2024 में सोना $3,500 प्रति औंस तक पहुंचा था, लेकिन अब इसकी कीमत $3,140 प्रति औंस रह गई है।
विशेषज्ञों का कहना है कि वैश्विक व्यापार तनाव में कमी और सुरक्षित निवेश की मांग घटने के कारण सोने की कीमतें नीचे आ रही हैं। इसके साथ ही, अमेरिका-चीन व्यापार में राहत और अमेरिकी बॉन्ड यील्ड में बढ़ोतरी ने भी इस गिरावट को बढ़ावा दिया है। बाजार विशेषज्ञों का अनुमान है कि यह गिरावट जल्द रुकने वाली नहीं है और सोना अब पहले जैसा तेज रिटर्न देना मुश्किल होगा।
ऑल बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन के चेयरमैन योगेश सिंघल ने चेतावनी दी है कि अगर बाजार की स्थिति वैसी ही रही तो सोने की कीमतें 2013 जैसी गिरावट देख सकती हैं, जिससे भारत में सोना ₹55,000 से ₹60,000 प्रति 10 ग्राम तक पहुंच सकता है।
इस गिरावट के पीछे पांच मुख्य कारण हैं—भारत-पाकिस्तान तनाव में नरमी, अमेरिकी बॉन्ड यील्ड में वृद्धि, अमेरिका-चीन व्यापार तनाव में कमी, मुनाफावसूली और शेयर बाजारों में तेजी। इन कारणों से निवेशकों का ध्यान सोने से हटकर अन्य निवेश विकल्पों की ओर बढ़ रहा है।
