नई दिल्ली: एस. जयशंकर शुक्रवार से ग्रीस व इटली के महत्वपूर्ण दौरे पर जा रहे हैं। विदेश सचिव अरिंदम बागची ने बृहस्पतिवार को उनके दौरे व विदेश मामलों से संबंधित विषयों पर पत्रकारों से जानकारी साझा की। विदेश सचिव बागची ने बताया कि ग्रीस में विदेश मंत्री अपने समकक्ष के साथ 25 व 26 जून को बातचीत करेंगे। ग्रीस से विदेश मंत्री इटली रवाना होंगे। वहां वे जी-20 मंत्रिस्तरीय बैठक में शामिल होंगे।
विदेश सचिव ने कहा कि हम भारत बॉयोटेक के वैक्सीन को विश्व स्वास्थ्य संगठन से आपात इस्तेमाल की इजाजत से जुड़े घटनाक्रम पर सतत नजर रखे हुए हैं। बता दें, कोवाक्सिन को लेकर डब्ल्यूएचओ को कुछ आपत्तियां हैं। इसलिए इसके वैश्विक इस्तेमाल की मंजूरी को लेकर प्रक्रिया लंबित है।
ताजिकिस्तान के दुशान्बे में हुई एससीओ की एनएसए स्तरीय बैठक के बारे में बागची ने कहा कि इसमें प्रोटोकॉल दस्तावेज को मंजूरी दी गई है। परंपरा के अनुसार एससीओ का सचिवालय इसे दस्तावेज को सार्वजनिक करेगा। यह संगठन की वेबसाइट पर किसी वक्त जारी हो सकता है। एससीओ की एनएसए बैठक में अंतरराष्ट्रीय व क्षेत्रीय सुरक्षा के मुद्दों पर चर्चा हुई। इसमें आतंकवाद, उग्रवाद, कट्टरपंथ, मादक पदार्थों की तस्करी रोकने को लेकर बातचीत हुई।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता बागची ने कहा कि हमारे देश में कोविड की स्थिति सुधर गई है, इसलिए उम्मीद है कि अन्य देश भी जल्द भी भारत से आवाजाही की इजाजत देंगे। इस बारे में कुछ देशों ने कदम उठाए हैं। हम इसे मुद्दे को प्राथमिकता देते रहेंगे।
विदेश सचिव ने अफगानिस्तान में भारत की भूमिका को लेकर पूछे गए सवाल पर कहा कि भारत ने वहां बिजली, बांध, स्कूल, अस्पताल व स्वास्थ्य सेवाएं, सामुदायिक प्रोजेक्ट के लिए काम किया और दुनिया जानती है कि पाकिस्तान ने वहां क्या किया।
ईरान के साथ भारत के संबंधों को लेकर बागची ने कहा कि हमने कुछ सकारात्मक भावनाएं देखी हैं। हम देखेंगे कि कैसे इनमें प्रगति होती है। हमारे नेतृत्व की ओर से ईरान के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति को बधाई संदेश भेजे गए हैं।

