उत्तर प्रदेश के जालौन जिले से एक शर्मनाक और चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जिसने पूरे स्वास्थ्य विभाग को हिलाकर रख दिया है। जिले के कुठौंद प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (PHC) में तैनात डॉक्टर सुरेश चंद्रा का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें वह एक मासूम बच्चे को सिगरेट पीने का तरीका सिखाते हुए नजर आ रहे हैं।
यह वीडियो 7 अप्रैल का बताया जा रहा है। खास बात यह है कि वीडियो में दिख रहा बच्चा उसी पीएचसी में संविदा पर तैनात एक स्टाफ नर्स का बेटा है। स्थानीय लोगों द्वारा रिकॉर्ड किए गए इस वीडियो के सोशल मीडिया पर वायरल होते ही हड़कंप मच गया और स्वास्थ्य विभाग तुरंत हरकत में आया।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) एनडी शर्मा ने बताया कि वीडियो सामने आने के बाद डॉक्टर सुरेश चंद्रा को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था। हालांकि डॉक्टर द्वारा दिया गया जवाब असंतोषजनक पाया गया। उन्होंने अपने बचाव में बच्चे की मां का बयान प्रस्तुत किया, लेकिन जब जांच के दौरान महिला से पूछताछ की गई, तो उसने डॉक्टर के दावों को झूठा करार दिया।
मामले की गंभीरता को देखते हुए आरोपी डॉक्टर के खिलाफ स्थानीय थाने में शिकायत दर्ज की गई है। सीएमओ ने यह भी खुलासा किया कि डॉक्टर सुरेश चंद्रा के खिलाफ पहले भी कई शिकायतें आ चुकी हैं, जिस कारण अब उन्हें सीएमओ कार्यालय से अटैच कर दिया गया है। वहीं, प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने मामले को गंभीरता से लेते हुए सख्त कार्रवाई और डॉक्टर के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए हैं।
इस घटना ने न सिर्फ स्वास्थ्य विभाग की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए हैं, बल्कि एक डॉक्टर की संवेदनहीनता और नैतिक गिरावट का भी बेहद शर्मनाक उदाहरण पेश किया है।