shishu-mandir

Bluetooth speakers:क्या आपको पता है कि पालतू जानवरों के लिए खतरनाक है ब्लूटूथ स्पीकर्स?जाने चौंकाने वाला सच

Smriti Nigam
3 Min Read

Bluetooth speakers: ब्लूटूथ स्पीकर आजकल हर घर में दिखाई देते हैं और यह म्यूजिक के एक्सपीरियंस को काफी बढ़ता है। हालांकि अगर आपके पास कोई पालतू जानवर है तो आपको इसके बारे में जानकारी होनी चाहिए ब्लूटूथ स्पीकर्स को लेकर एक लेटेस्ट रिसर्च हुआ है।

new-modern
gyan-vigyan

Bluetooth speakers: पिछले कुछ सालों में ब्लूटूथ स्पीकर काफी ज्यादा पॉपुलर हो गए हैं। यह बजट में आते हैं और अपनी पसंद के साइज में खरीदे जा सकते हैं। हालांकि अगर आप एक पेट पैरेंट हैं तो आपको ब्लूटूथ स्पीकर के फायदे और नुकसान के बारे में जरूर जानना चाहिए। यह ब्लूटूथ स्पीकर आपके पेट को नुकसान पहुंचा सकता है।  जेनोड के एक हालिया अध्ययन के अनुसार, एक ब्लूटूथ स्पीकर “अनजाने में उनके पालतू जानवरों की पर हानिकारक प्रभाव डाल सकता है।”

saraswati-bal-vidya-niketan

पालतू जानवरों पर डालता है गलत असर

मनुष्य और पालतू जानवर अलग-अलग रेंज में ऑडियो फ्रीक्वेंसी को सुनते हैं। हम 20 हर्ट्ज से 20 किलोहर्ट्ज़ की सीमा में ऑडियो फ्रीक्वेंसीज को सुन सकते हैं, पालतू जानवर, विशेष रूप से बिल्लियाँ, 65 किलोहर्ट्ज़ तक सुन सकते हैं, जबकि कुत्ते 45 किलोहर्ट्ज़ तक सुन सकते हैं, ऐसा एक रिपोर्ट में बताया गया है। इसका सीधा मतलब यह है कि पालतू जानवर वह आवाज सुन सकते हैं जो हम नहीं सुन सकते हैं।

एक ब्लूटूथ स्पीकर 23,000 हर्ट्ज से अधिक की अल्ट्रा-हाई फ्रीक्वेंसी पर एक निष्क्रिय टोन उत्सर्जित करता है, जो मनुष्य तो नहीं सुन सकते हैं लेकिन बिल्लियाँ और कुत्ते दोनों इसे सुन सकते हैं। यह उनकी नींद को खराब कर सकता है और संभावित रूप से उनके सुनने की क्षमता पर भी प्रभाव पड़ता है।

विशेषज्ञों का कहना है कि इन हाई-फ्रीक्वेंसीज के लगातार संपर्क में रहने से पालतू जानवरों के व्यवहार में बदलाव और स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। ऐसे में वह ज्यादा एग्रेसिव भी हो सकते हैं। ऐसे में वह खरोचने, बेचैनी से लेकर चिंता, यहां तक की परमानेंट हियरिंग लॉस जैसी दिक्कतें भी फेस कर सकते हैं और यह काफी गंभीर भी हो सकता है।

रिपोर्ट में बताया गया है कि इनमें से कुछ समस्याओं को कुछ बातें मानकर कम किया जा सकता है जिसमें स्पीकर को पालतू जानवर के सोने के एरिया या पसंदीदा स्थान से दूर रखना चाहिए। ब्लूटूथ स्पीकर का इस्तेमाल कम करना चाहिए और उपयोग में न होने पर इसे पूरी तरह से बंद कर देना चाहिए। इसके अलावा यदि संभव हो तो ब्लूटूथ स्पीकर की फ्रीक्वेंसी को एडजस्ट करना चाहिए और ब्लूटूथ निष्क्रिय टोन के संपर्क में आने को कम करने के लिए पालतू जानवरों में इन संकेतों की तलाश करनी चाहिए।