परेशानी : दिगालीचौड़ और आसपास के इलाकों में पेयजल का गहराया संकट

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ललित मोहन गहतोड़ी

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लंबे समय से बना हुआ है पेयजल संकट, स्कूलों के नलों से दो बूंद भी नहीं टपक रहा पानी
इलाके में पानी के लिए मचा हाहाकार, पेयजल जल्द उपलब्ध कराने की मांग

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चम्पावत। काली कुमाऊं के सीमांत क्षेत्र दिगालीचौड़ और आसपास के इलाकों में पेयजल संकट गहरा गया है। लगभग दो सप्ताह पूर्व यहां स्थानीय युवाओं की ओर से एकजुट होकर पेयजलापूर्ति की मांग करते हुए बैठक का आयोजन भी किया गया था। ग्रामीणों का कहना है कि जब तक उनकी पेयजल आपूर्ति सुचारू नहीं होती तब तक वह चुप नहीं बैठेंगे। बताया कि यहां स्थित दोनों स्कूलों के नलों में भी पानी की एक बूंद नहीं टपक रही।

बताते चलें लोहाघाट से लगभग १९ किलोमीटर की दूरी पर स्थित दिगालीचौड़ क्षेत्र में पेयजल की समस्या लंबे समय से बनी हुई है। क्षेत्र के मानाढुंगा, दिगालीचौड़ कस्बा, ताकना, बांकू आदि में गहराती पेयजल व्यवस्था के चलते यहां के अधिकांश लोग पानी की तलाश में भटकने को मजबूर हैं। क्षेत्र में स्थित दो विद्यालयों प्राइमरी पाठशाला दिगालीचौड़ और राइंका की पाइप लाइन क्षतिग्रस्त होने से इन संयोजनों में भी पानी की एक बूंद भी नहीं टपक रही है।

स्थानीय युवाओं ने क्षेत्र की इस परेशानी को देखते हुए पेयजल व्यवस्था सुचारू नहीं होने पर आंदोलन की बात कही है। युवाओं का कहना है कि जब तक ग्रामीणों की इस परेशानी का हल नहीं हो जाता तब तक वह चुप नहीं बैठेंगे। सामाजिक कार्यकर्ता जग्गू बोहरा, पंकज उप्रेती आदि ने बताया कि दिगालीचौड़ क्षेत्र में पेयजल आपूर्ति के लिए लगाए गए आधा दर्जन हैंडपंप भी ढंग से काम नहीं कर रहे। उनका कहना है कि यहां स्थित दोनों स्कूलों की पेयजल व्यवस्था भी राम भरोसे चल रही है। बताते चलें इससे पहले भी क्षेत्र के लोगों ने पेयजल व्यवस्था सुचारू करने की मुहिम चलाई है। लेकिन लंबे समयांतराल से हालात जस के तस बने हुए हैं।क्षेत्रीय ग्रामीणों का कहना है कि अगर क्षेत्रवासियों की समस्या का समाधान नहीं होता है ।तो उन्हें उग्र आंदोलन को बाध्य होना पड़ेगा। बैठक में जग्गू बोहरा कार्यकारिणी सदस्य भाजपा मुरादाबाद ,पंकज उप्रेती, गिरीश चंद्र खोलिया, देवेंद्र सिंह बिष्ट, हीरा बल्लभ ,शिवराज, उमेद सिंह गिरीश चंद्र ,पूरन आदि उपस्थित रहे।

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