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Pithoragarh- कुमांऊ नमकीन की पटियाला में गूंज, देवकी देवी को किया गया सम्मानित

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पिथौरागढ़। पर्वतीय अनाजों-दालों पर व्यापक शोध और इन अनाज-दालों से नमकीनों का आविष्कार करने के लिए पिथौरागढ़ निवासी देवकी जोशी खासी चर्चित रही हैं। इसके लिए पूर्व में भी उन्हें अनेक राष्ट्रीय पुरस्कारों से पुरस्कृत किया गया है। उनकी इन्हीं उपलब्धियों को लेकर सोमवार को पंजाब में पटियाला के हरपाल टिवाना ऑडिटोरियम में देवकी जोशी को ’मां नन्दा शक्ति सम्मान 2022’ प्रदान किया गया।

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देवकी जोशी और उनके परिवार की मेहनत और लगन से उत्पादित नमकीन, कुमाऊं नमकीन उद्योग के ब्रांड के तौर पर देशभर में प्रसिद्ध हैं। विशेष रूप से मडुवा, झंगोरा, काले भट्ट, सफेद भट्ट, गहत, मक्का तथा लहसुन व मेथी से तैयार की जाने वाली नमकीनें व्यापक रूप से सराही जाती हैं। उद्यमिता के क्षेत्र में एक विशेष मुकाम हासिल करने और समाज को प्रेरित करने के लिए देवकी देवी को यह पुरस्कार राष्ट्रीय उत्तराखंड सभा द्वारा हरपाल टिवाना ऑडिटोरियम में आयोजित एक समारोह में प्रदान किया गया।

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गौरतलब है कि 1994 में पिथौरागढ़ स्थित अपने घर पर ही नमकीन बनाकर इस उद्योग को शुरू करने वाली देवकी देवी के लिए यह आसान नहीं था कि उनके द्वारा निर्मित नमकीन बाजार में अपना स्थान बना सकें। अपने परिवार के लिए दो जून की रोटी की व्यवस्था और आजीविका के संसाधन जुटाने की सोच के साथ शुरू हुआ देवकी देवी का व्यवसाय उत्तराखंड में ही रहकर रोजगार सृजित करने एवं उद्यमिता के बारे में सोचने वाले युवाओं के लिए प्रेरणा-स्रोत है। आज के समय में पर्वतीय क्षेत्रों से पलायन लगातार बढ़ रहा है, ऐसे में देवकी देवी ने मडुवा, झंगोरा, काले भट्ट, सफेद भट्ट, गहत, मक्का तथा लहसुन एवं मेथी से बेहतर गुणवत्ता तथा स्वाद व पौष्टिकता से परिपूर्ण नमकीनें बनाकर पर्वतीय क्षेत्र का नाम रोशन किया है और कई राष्ट्रीय एवं क्षेत्रीय पुरस्कार भी हासिल किए हैं।

देवकी जोशी की उपलब्धियां इस बात की ओर भी इशारा करती हैं कि यदि ईमानदारी से मेहनत की जाए तो उत्तराखंड में भी न केवल छोटे उद्योगों को स्थापित किया जा सकता है बल्कि सफलतापूर्वक संचालित भी किया जा सकता है।